सुनहरी उम्मीद: सोने-चांदी के दामों में आ सकती है भारी गिरावट




Listen to this article

न्यूज 127.
आसमान छू रहे सोने चांदी के दामों में गिरावट आ सकती है। ऐसा होने से यह कीमती धातु एक बार फिर से आम आदमी की पहुंच में आ जाएगी। जिसके बाद वह आराम से सोने चांदी से बने जेवरातों की खरीदारी कर सकते हैं। ये कयास विशेषज्ञों द्वारा लगाए जा रहे हैं।
सोने-चांदी की कीमतों में इस साल जबरदस्त तेजी देखी जा रही है। दिसंबर 2024 में 76,162 रुपये प्रति 10 ग्राम बिकने वाला सोना अब 1,21,525 रुपये के पार पहुंच चुका है। वहीं, चांदी भी 1,64,500 रुपये प्रति किलोग्राम के उच्च स्तर को छू चुकी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तेजी के इस दौर के बीच जानकारों ने जल्द ही सोने-चांदी की कीमतों में भारी गिरावट की संभावना जताई है, जिससे निवेशकों के लिए नए अवसर खुल सकते हैं।

कीमत बढ़ने से आम आदमी से हुआ दूर
इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के आंकड़ों के अनुसार इस तेज़ी ने त्योहारों के मौसम में आम उपभोक्ताओं की चिंता बढ़ा दी है। धनतेरस और दिवाली जैसे पर्वों पर सोने की खरीद आम परंपरा मानी जाती है, लेकिन मौजूदा दामों पर यह आम आदमी की पहुंच से बाहर होता जा रहा है।

युद्ध और ट्रेड वार भी कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि कीमतों इस उछाल के पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारक जिम्मेदार हैं। सबसे बड़ी वजह जियोपॉलिटिकल टेंशन है। मिडिल ईस्ट में तनाव, रूस-यूक्रेन युद्ध और अमेरिका-चीन के बीच जारी ट्रेड वॉर के कारण सोने की मांग बढ़ रही है। निवेशक अस्थिर हालातों में सुरक्षित निवेश विकल्प के तौर पर सोने को चुन रहे हैं। इसके अलावा, दुनिया भर के केंद्रीय बैंक डॉलर पर निर्भरता कम करने के लिए सोने की खरीद कर रहे हैं, जिससे कीमतों में इज़ाफा हो रहा है। त्योहारी मांग और मजबूत खरीदारी रुझान ने भी सोने की कीमतों को ऊपर धकेलने में भूमिका निभाई है।

शुरू हो सकता है गिरावट का दौर
मीडिया रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने दावा किया है कि अब सोने-चांदी की कीमतें अपने उच्चतम स्तर को छू चुकी हैं। यहां अब गिरावट का दौर शुरू हो सकता है। PACE 360 के फाउंडर और चीफ ग्लोबल स्ट्रैटेजिस्ट अमित गोयल के मुताबिक सोने की मौजूदा तेजी टिकाऊ नहीं है। गोल्ड और सिल्वर दोनों ही अपनी वास्तविक वैल्यू से काफी ऊपर जा चुके हैं। अब बाजार में करेक्शन यानी सुधार की संभावना बन रही है। उनका कहना है कि ऐसी स्थिति 2011, 2020 और 2022 में देखी जा चुकी है, जब सोना अपने उच्च स्तर से अचानक नीचे गिरा था।

सोने में 30-45% तक गिरावट की संभावना?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अनुमान है कि आने वाले कुछ हफ्तों में सोने की कीमत में 30-35% तक की गिरावट आ सकती है। यदि 2008 और 2011 जैसी स्थितियां बनती हैं, तो यह गिरावट 45% तक भी जा सकती है। ऐसे में सोना 1,22,000 रुपये के उच्चतम स्तर से गिरकर ₹77,700 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है।

ये कारण बनेंगे कम कीमत की वजह
जानकारों की मानें तो यदि इजराइल-हमास युद्ध पर सीजफायर होता है और मिडिल ईस्ट में स्थिरता लौटती है, तो ऐसे में सोने की कीमतों पर दबाव आ सकता है। साथ ही, अमेरिका में चल रही गवर्नमेंट शटडाउन की स्थिति यदि नए फंडिंग बिल के पास होने से खत्म होती है, तो भी सोने की कीमत में गिरावट आ सकती है। इतिहास बताता है कि जब अमेरिका में 2013 और 2019 में शटडाउन समाप्त हुए थे, तो सोने की कीमत में 2–3 प्रतिशत की गिरावट आई थी।