कांवड़ यात्रा: DGP दीपक सेठ ने किया यात्रा मार्ग का निरीक्षण, सुरक्षा में 7000 से अधिक बल तैनात




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न्यूज 127.
शुक्रवार 11 जुलाई से प्रारंभ हो रही श्रावण मास की कांवड़ यात्रा-2025 के शांतिपूर्ण और सुरक्षित आयोजन को लेकर पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने गुरूवार को ऋषिकेश से नीलकंठ महादेव मंदिर तक यात्रा मार्ग का स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को श्रद्धा की आड़ में हुड़दंग को बर्दाश्त न करने और कांवड़ मानकों के उल्लंघन पर सख़्त कार्रवाई के निर्देश दिए।

कांवड़ यात्रा में 7000 से अधिक पुलिस और सुरक्षा बल तैनात किया गया है। इनमें 3000 पुलिस कर्मी, 1350 होमगार्ड/पीआरडी, 15 PAC कंपनियां, 9 अर्धसैनिक कंपनियां, STF, SDRF, ATS, जल पुलिस और बम स्क्वॉड की टीम शामिल हैं। यात्रा की चौबीस घंटे निगरानी की जाएगी। इसके लिए 500 से अधिक CCTV कैमरे, 10 ड्रोन टीमें शामिल हैं। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग यूनिट, कंट्रोल रूम और इंटीग्रेटेड कम्युनिकेशन सिस्टम के जरिए संपूर्ण क्षेत्र की निगरानी की जाएगी। उत्तराखंड पुलिस पूरी तत्परता और समर्पण के साथ कांवड़ यात्रा 2025 की सफलता सुनिश्चित करने हेतु कटिबद्ध है।

नीलकंठ मेला क्षेत्र: 1 सुपर जोन, 7 जोन, 23 सेक्टर में बांटा गया है जबकि हरिद्वार क्षेत्र 16 सुपर जोन, 37 जोन, 134 सेक्टर में बांटा गया है। सभी ASP, CO, SHO स्तर के अधिकारियों की नियुक्ति मेला डयूटी में की गई है। हरिद्वार में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर डॉ. वी. मुरूगेशन, आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप, निदेशक यातायात एनएस नपलच्याल, डीआईजी निवेदिता कुकरेती सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने फोर्स को निर्देशित किया।

डीजीपी दीपम सेठ ने कहा कि कांवड़ यात्रा को शांति, सुरक्षा और समर्पण के साथ सफल बनाना हमारी प्राथमिकता है। श्रद्धालुओं को सहयोग देना हमारा कर्तव्य है, और असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटना हमारी नीति है। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि पुलिस व प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें। सोशल मीडिया पर अफवाहों से बचें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।