नवीन चौहान
सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर उत्तराखंड में धोखाधड़ी के खेल को अंजाम दिया जा रहा है। पीड़ितों की शिकायत पर एसटीएफ एवं साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड की टीम ने जांच की तो एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। आरोपियों ने बेरोजगार युवक एवं युवतियों को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर करीब एक करोड़ से अधिक की धनराशि हड़प ली है। पुलिस ने गैंग के एक सदस्य को लखनऊ से गिरफ्तार किया है।
बताते चले कि साईबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपना रहे है। ठगों ने अपना शिकार युवा बेरोजगार युवक और युवतियों को बनाया है। “सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी” की है। बीते दिनों साइबर क्राइम सेल की टीम ने धोखाधड़ी के (चार मुकदमे) दर्ज किए।
देहरादून निवासी एक पीड़ित युवक के साथ इसी प्रकार की घटना घटित हुयी थी। पीड़ित को फूड कार्पोरेशन आफ इण्डिया विभाग में 10 लाख रुपये में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। पीड़ित ने विश्वास करते हुये अपने परिचितों एवं रिश्तेदारो से धनराशि की व्यवस्था कर फोन पे एप व चैकों व कुछ नगद के माध्यम से 10 लाख रुपये अभियुक्तगणों के बैंक खातो में डाल दिए। आरोपियों ने पीड़ित पर विश्वास जमाने के लिए बाकायदा पुलिस वेरिफिकेशन भी करवाया। पीड़ित बेरोजगारों को विश्वास हो जाये की उनकी नौकरी वास्तव मे लग गयी है।
आईकार्ड भी जारी
फ़ूड कारपोरेशन ऑफ इंडिया का आईकार्ड. व ज्वानिंग लैटर भी दिया गया और उसका फर्जी तरीके से प्रशिक्षण भी गोरखपुर उप्र मे करवाया गया। जब ज्वाइनिंग लैटर मे अंकित तिथि को पीड़ितों ने अभियुक्तों को फोन किया तो उन्होने फोन नही उठाया। इस पर शक होने पर पीड़ित ने FCI देहरादून मे जाकर आईकार्ड व ज्वानिंग लैटर के सम्बन्ध में पता किया तो फर्जी होना तस्दीक हुआ।
इंस्पेक्टर त्रिभुवन ने किया पर्दाफाश
साईबर थाने के निरीक्षक त्रिभुवन सिंह रौतेला ने इस प्रकरण की विवेचना निष्पक्षता से की और आरोपियों तक पहुंचने की रणनीति बनाई। पुलिस विवेचना के दौरान अभियुक्त विकास चन्द्रा निवासी पौड़ी को एसटीएफ टीम ने गिरफ्तार किया।अभियुक्त विकास चन्द्र की गिरफ्तारी के बाद साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन पर पंजीकृत उपरोक्त अभियोगों में वांछित अभियुक्त कपिल सैनी अपने सभी पूर्व के ठिकानों को छोडकर फरार चल रहा था। जिसे पुलिस टीम ने गैर प्रान्त उत्तर प्रदेश के जनपद लखनउ से गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त कपिल सैनी ने बताया गया है कि वो व उसके अन्य साथी बेरोजगार युवक/युवतियों व उनके परिजनों को सरकारी विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर उनसे लाखो रुपये अपने बैंक खाते मे व अपने साथियों के बैंक खातो मे डलवाते है। बेरोजगार लडके/लडकियो का लखनऊ, गोरखपुर, दिल्ली आदि जगहो पर फर्जी तरीके से पुलिस वेरिफिकेशन, मेडिकल, ट्रेनिंग करवाते है जिसमें हमारे अन्य साथी जिनका संबंध अभियुक्त द्वारा एफसीआई ,एम्स आदि के अधिकारी/कर्मचारियों से होना भी बताया गया है जो लखनउ, गोरखपुर, दिल्ली में रहते है व अपराध में सहयोग करते है और हम लोग बेरोजगार युवक/युवतियों को फर्जी joining letter, FCI पहचान पत्र तैयार कर मेल व डाक आदि के माध्यम से भी भिजवाते है व सरकारी विभागो की फर्जी ईमेल आईडी बनाकर बेरोजगार युवक/युवतियों को उस ई-मेल आईडी से नौकरी के सम्बन्ध मे मेल कर उन्हे धोखाधडी का शिकार बनाते है अभियुक्त द्वारा जो महत्वपूर्ण जानकारी पूछताछ के दौरान उपलब्ध करवायी गई है उस पर कार्यवाही की जा रही है।
गिरफ्तार अभियुक्त- कपिल सैनी पुत्र धर्मपाल सैनी निवासी 158 मौहल्ला नीलखुदाना, थाना ज्वालापुर, जनपद हरिद्वार
बरामदगी-
1-03 अदद मोबाइल फोन व 02 सिम कार्ड
2- बैंक पासबुक, चैक बुक व एटीम कार्ड आदि
पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त-
1- विकास चन्द्रा पुत्र स्व जगपाल नि बाला सुन्दरी मन्दिर आई0टी0 पार्क सहस्त्रधारा देहरादून व स्थाई पता ग्राम कान्डेई पो0आ0 चाखीसेण तहसील चाखीसेण पटटी कण्डारस्यूं जिला पौड़ी गढ़वाल ।
हरिद्वार के कपिल सैनी ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर डकारे एक करोड़, गिरफ्तार



