हरिद्वार जिला पंचायत की बैठक में हंगामा, विधायक और सदस्यों के बीच मारपीट की पहुंची नौबत




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जोगेंद्र मावी
हरिद्वार जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में विधायक और जिपं सदस्यों के बीच जमकर हंगामा हुआ। मामला इतना बढ़ा की दोनों गुटों के बीच जमकर नोकझोंक हुई। यहां तक की मारपीट तक नौबत पहुंच गई। कुछ सदस्यों ने जैसे तैसे कर मामला सुलटाया। बोर्ड बैठक में सदस्यों के द्वारा दिए गए प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई और नए प्रस्ताव देने को कहा।
शनिवार को जिला पंचायत हरिद्वार कार्यालय में बोर्ड बैठक हुई। बोर्ड बैठक जिला पंचायत अध्यक्ष चौधरी सुभाष वर्मा के नेतृत्व में शुरू हुई। बोर्ड बैठक में जिला पंचायत उपाध्यक्ष की सीट पर राव आफाक काबिज हो गए और अपने उपर की गई कार्रवाई का विरोध करने लगे। बैठक में अपने को उपाध्यक्ष बताने पर जिला पंचायत सदस्य चौधरी बिजेंद्र सिंह ने राव आफाक का विरोध कर दिया। राव आफाक अपने को निलंबित और अध्यक्ष सुभाष वर्मा को बर्खास्त बताते लगे। इस पर सुभाष वर्मा ने राव आफाक को सभ्यता के साथ बात करने को चेतावनी दी। दोनों के बीच हंगामा शुरू हुआ तो बसपा सदस्य बिजेंद्र सिंह और भाजपा के विधायक देशराज कर्णवाल बीच में कूद पड़े। मामले में गुरजीत लहरी, मुर्करम अंसारी, विजयपाल सिंह आदि के साथ कई सदस्य बीच में कूद पड़े। मामला इतना बढ़ा की केवल मारपीट नहीं हुई। मामले में अन्य सदस्यों ने हस्तक्षेप किया और बड़ी मुश्किल से मामला सुलझाया। हांलोकि इसके बाद बोर्ड बैठक का माहौल गर्म हो गया। किसी भी सदस्य ने अपनी बात नहीं रखी। बैठक का संचालन करते हुए अपर मुख्य अधिकारी मनव्वर सिंह राणा ने प्रस्ताव रखें और सदस्यों ने उन पर सहमति जता दी। किसी सदस्य के द्वारा कोई प्रस्ताव न रखने पर अध्यक्ष चौधरी सुभाष वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बैठक की समाप्ति की घोषणा की। अध्यक्ष सुभाष वर्मा ने बताया कि बैठक में कांग्रेस के सदस्य राव आफाक ने असभ्यता के साथ बात रखी, जिसका कुछ सदस्यों ने विरोध किया। इसके बाद बोर्ड बैठक शांतिपूर्वक हुई।