नवीन चौहान.
12 साल की मासूम सामुहिक दुष्कर्म पीड़िता ने दो दिन पहले अस्पताल में सिजेरियन के बाद बच्चे को जन्म दिया है। पीड़िता के मां बाप ने बच्चे को अपनाने से इंकार कर दिया है, वहीं दूसरी ओर बच्चे के पिता का पता लगाने के लिए नवजात का डीएनए सैंपल लिया गया है।
पीड़िता गाजियाबाद की खोड़ा कालोनी की रहने वाली है। पीड़िता कक्षा सात की छात्रा है। परिजनों के मुताबिक वह दोनों नौकरी करते हैं। दिन में वह अपने काम पर चले जाते थे, उनके फ्लैट के नीचे वाले फ्लैट में तीन लड़के रहते थे, इन तीनों ने उनके काम पर जाने के बाद उनकी बेटी को डरा धमका कर सामुहिक दुष्कर्म किया।
घटना का पता उस वक्त चला जब मां बाप ने अपनी मासूम बच्ची का पेट बढ़ते देखा, डॉक्टर के पास गए तो उसने बेटी को आठ माह की प्रेग्नेंट बताया। इस बात का चलने पर पुलिस में शिकायत की गई, जिसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, अब तीनों जेल में हैं।
फिलहाल पीड़िता मेडिकल कॉलेज अस्पताल मेरठ में भर्ती है। बताया जा रहा है कि पीड़िता को भी अभी बताया नहीं गया है कि वह मां बन गई है। उसे पथरी का आपरेशन होने की बात कही गई है। परिजनों का कहना है कि उनकी बेटी की जिंदगी का सवाल है। मां बाप बेटी के दरिंदों को फांसी दिये जाने की मांग कर रहे हैं।
पुलिस का कहना है कि बच्चे को पिता का नाम मिलेगा या नहीं यह कोर्ट में तय होगा। पूरा मामला कोर्ट के सामने रखा गया है। आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य भी जुटाए गए हैं। चार्जशीट भी दाखिल की जा चुकी है। आरोपियों में दो सगे भाई हैं। डीएनए रिपोर्ट भी कोर्ट के सामने रखी जाएगी। यह मामला पोक्सो कोर्ट में चल रहा है।