पति पत्नी के टूटते बिखरते रिश्तों को जोड़ा, महिला ऐच्छिक ब्यूरों ने दी नई जिंदगी की सीख, जानिये पूरी खबर




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नवीन चौहान, हरिद्वारपति पत्नी के टूटते बिखरते रिश्तों को जोड़ने में महिला ऐच्छिक ब्यूरों अनूठी पहल कर रहा है। महिला ऐच्छिक ब्यूरों की टीम कई बिखरते परिवारों की गृहस्थी को एक बार फिर से नये सिरे से जोड़कर संवार रही है। दंपति को प्यार से जिंदगी जीने का रास्ता दिखला रही है। घर की मामूली कहासुनी को बंद दरवाजे के भीतर ही हल करने के फार्मूले दे रही है। बिखरते परिवारों को जोड़ने और पति पत्नी के बीच अहम को छोड़ने में अहम भूमिका निभा रहे ऐच्छिक ब्यूरों की टीम की मुहिम रंग ला रही है। जिसके चलते कई गृहस्थी टूटने से बच गई।
पति पत्नी का रिश्ता प्यार और विश्वास की नींव पर टिका होता है। लेकिन इस रिश्ते में कई बार दंपति का अंहकार हावी हो जाता है। अपने-अपने अहम के चलते ये दंपति मामूली सी बात पर भी एक दूसरे से जुदा होने का आत्मघाती कदम उठा लेते है। पति पत्नी के अलगाव के कारण कई बार बच्चों की जिंदगी दांव पर लग जाती है। पति पत्नी एक दूसरे पर झूठे संगीन आरोप लगाकर कानूनी उलझन में फंसकर रह जाते है। इन्ही टूटते बिखरते रिश्तों को जोड़ने के लिये हरिद्वार जनपद में महिला ऐच्छिक ब्यूरों का गठन किया गया था। इस ब्यूरों के अध्यक्ष की कमान जनपद के एसएसपी की पत्नी को दी जाती है। इसके अलावा टीम में कई सामाजिक क्षेत्र की महिला सदस्य शामिल होती है। वर्तमान में एसएसपी कृष्ण कुमार वीके की पत्नी शीबा वीके इस कार्य को बखूवी निभा रही है। इनके अलावा टीम में कानूनी विशेषज्ञ के तौर पर संगीता भारद्वाज, एसपी सिटी ममता वोहरा, महिला हेल्प लाइन प्रभारी कविता रानी और महिला कांस्टेबल क्षमा रावत शामिल है। शनिवार को इस ब्यूरों ने बिजनौर के एक दंपति के विवाद को सुलझाकर जीवन को नये सिरे से जीने की राह दिखलाई। दोनों पति पत्नी का विवाद कोर्ट में चल रहा था। इस सबके बावजूद ब्यूरों की टीम ने दंपति की काउंसलिंग कर दोनों का समझौता कराया। दोनों पति पत्नी ने एक दूसरे का हाथ थामकर जिंदगी साथ निभाने की कसम खाई। ब्यूरों की टीम ने एक पुलिस कांस्टेबल की गृहस्थी को भी टूटने से बचाया है। टीम के इस प्रयास की सराहना की जा रही है।