बासमती बीज उत्पादन के कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को दिये टिप्स




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  • बीईडीएफ ने दिया हरियाणा और यूपी के किसानों को प्रशिक्षण

न्यूज 127.
बासमती निर्यात विकास प्रतिष्ठान एपीड़ा के प्रदर्शन एवं प्रशिक्षण फार्म मोदीपुरम पर हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए बासमती बीज उत्पादन विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे हरियाणा और उत्तर प्रदेश के 100 से अधिक किसानों ने भाग लिया। हरियाणा के किसान राकेश गौड़, महाप्रबंधक, सप्पल टेक इंडस्ट्रीज, अमृतसर के नेतृत्व में प्रशिक्षण में शामिल हुए।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ सुनील कुमार, निदेशक, भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान, मोदीपुरम ने कहा कि बीईडीएफ, बासमती धान का मंदिर है और यहां आकर बासमती के उत्पादन और निर्यात से संबंधित विभिन्न विषयों पर पूर्ण जानकारी प्राप्त की जा सकती है। यह देश का एकमात्र सेंटर है जहां सभी बासमती उत्पादक वैज्ञानिक आना चाहते हैं और बासमती के विभिन्न प्रजातियां खास तौर से उनके बीज उत्पादन कार्यक्रम को देखकर अपना ज्ञान बढ़ाते हैं।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉक्टर अनुपम दीक्षित ने बताया की बी ई डी एफ देश का सर्वश्रेष्ठ बीज किसानों के लिए तैयार करता है और उनको उपलब्ध कराता है। साथ ही बीज उत्पादन के गुण प्रयोगात्मक रूप से सीख कर अपनाये जा सकते हैं। बीईडीएफ हमेशा किसानों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है और यहां पर उपलब्ध विभिन्न फैसेलिटीज का निर्यातक किसान एवं राज्य सरकार लाभ प्राप्त कर सकती हैं।

प्रधान वैज्ञानिक डॉ रितेश शर्मा ने बासमती के बीज उत्पादन पर विस्तार से किसानों को बताया और समझाया कि कैसे वह दुनिया का सबसे अच्छा बीज बहुत कम खर्च के साथ पैदा कर सकते हैं एवं बीज उत्पादन के द्वारा हमारे युवा रोजगार उत्पन्न कर सकते हैं। अब मेरठ की पहचान खेती के बीजों के लिए की जाती है जिसमें बासमती और आलू प्रमुख है। डॉक्टर शर्मा ने कहा कि यदि हम अच्छा बीज तैयार कर लें तो बासमती के निर्यात की काफी परेशानियों को दूर कर सकते हैं काफी समस्याओं को सुलझा सकते हैं क्योंकि अच्छा बीज ही अच्छी फसल का आधार है। डॉक्टर शर्मा ने किसानों को खेत में विभिन्न प्रजातियों को विस्तार से समझाया उनकी विशेषताओं को बतलाया और किसानों को अच्छा बीज प्रयोग करने की सलाह दी।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉक्टर एस के सचान पूर्व निदेशक प्रसार कृषि विश्वविद्यालय ने कहा कि किसानों को बासमती की खेती में रसायनों का उचित प्रयोग करना चाहिए एवं उर्वरकों का आधा अधूरा प्रयोग करने से बचना चाहिए। उत्तर प्रदेश और हरियाणा अच्छा बीज पैदा करके देश में विदेशी मुद्रा का भंडार बासमती के निर्यात के द्वारा बढ़ा सकते हैं।

राकेश गौड़, सपल टेक ने बताया की हम देश के सबसे बड़े निर्यातक है और भारत सरकार से 5 स्टार निर्यातक के क्लब में शामिल है। किसानों को सही जानकारी देने और उन्हें बीज के लिए आत्मनिर्भर बनाने के लिए हरियाणा के किसानों को बी ई डी एफ लेकर आए है और यहां को जानकारी मिली है उससे निश्चित रूप से इन्हे लाभ हो रहा है।

कार्यक्रम में डॉक्टर प्रमोद कुमार तोमर ने संचालन किया एवं डॉ राजेंद्र सिंह, डॉक्टर नेत्रपाल शर्मा ने विस्तार से व्याख्यान दिए। कार्यक्रम में विनोद, बृजपाल, दिनेश, यशपाल, प्रशांत, सौरभ आदि का विशेष योगदान रहा।