नवीन चौहान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी विकासशील सोच को धरातल पर उतारने के भागीरथ प्रयास हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुरू कर दिए है। बीते चार माह के दौरान उन्होंने अपने हरिद्वार के दैनिक भ्रमण कार्यक्रमों में ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं को समझने का प्रयास किया। ग्रामीण परिवेश में जीवन यापन कर रहे लोगों की आवश्यकताओं को महसूस किया। जबकि शहरी क्षेत्रों में सौंदर्यीकरण के विकास कार्यो को लेकर तमाम जानकारियां हासिल की। हालांकि इस दौरान उन्होंने जनता के दिलों में जगह बनाने में भी कामयाबी हासिल की। हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र रावत ने अपना अधिकतम समय हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र की जनता के बीच बिताकर यह संदेश देने का प्रयास किया कि वह आपके बीच रहकर ही आपकी समस्याओं को दूर करेंगे।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की छवि एक साफ सुथरी समाजसेवी नेता के रूप में है। उन्होंने संघ के प्रचारक से लेकर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज होने तक हमेशा अपनी काबलियत को दर्शाया। चार साल के मुख्यमंत्री पद के कार्यकाल में उन्होंने अपने दूरदर्शी निर्णयों से प्रदेश की जनता को विकास की सौगात दी। अटल आयुष्मान कार्ड की योजना से उत्तराखंड के सभी परिवारों को पांच-पांच लाख तक इलाज निशुल्क कराने की सुविधा प्रदान की। महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए स्वयं सहायता समूह को मजबूती प्रदान की और ग्रामीण परिवेश की महिलाओं को घसिस्यारी योजना का लाभ दिलाया। मुख्यमंत्री के तौर पर त्रिवेंद्र सिंह रावत का कार्यकाल उनकी काबलियत, पारदर्शी कार्यशैली और ईमानदार व्यक्तित्व के लिए याद किया जाता है। त्रिवेंद्र रावत की कार्यशैली से प्रभावित पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ सत्यपाल सिंह ने भी गुरूकुल कांगड़ी में आयोजित कार्यक्रम में उनकी ईमानदारी के कई किस्से छात्रों को बताए।
फिलहाल त्रिवेंद्र सिंह रावत अपनी नई राजनैतिक पारी हरिद्वार सांसद के रूप में हरिद्वार से शुरू कर चुके है। हरिद्वार के सांसद के रूप में त्रिवेंद्र रावत को नई राजनैतिक ऊर्जा भी मिली है। ऐसे में उनकी काबलियत की समीक्षा भी होगी। त्रिवेंद्र को जनता के विकास के लिए संजीदगी से कार्य भी करके दिखाने होंगे। उनको अपनी क्षमता के अनुरूप दूरदर्शी सोच को भी दर्शाना होगा।
ऐसे तमाम भागीरथ प्रयास त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुरू कर दिए है। हरिद्वार का सर्वागीण विकास करने और केंद्र सरकार के सहयोग से दूरदर्शी योजनाओं को हरिद्वार में शुरू करने की कवायद शुरू कर दी गई है। इसी के साथ हरिद्वार के प्रशासनिक अधिकारियों को भी अपने इरादे जाहिर कर चुके है। शिक्षा, चिकित्सा के क्षेत्र में कुछ बेहतर होने की उम्मीद है। इसी के साथ युवाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में सार्थक कदम उठाए जाने की संभावना है।