नवीन चौहान
दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन में करीब 40 किसान पूंजीवादी व्यवस्था की भेंट चढ़ चुके हैं। लगातार हो रही किसानों की मौतों से देश में आक्रोश पनप रहा है। आक्रोश के साथ इंकलाबी मजदूर केन्द्र, भेल मजदूर ट्रेड यूनियन,प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन, देव भूमि श्रमिक संगठन एचयू एल, फूड्स श्रमिक यूनियन आईटीसी समेत विभिन्न संगठनों ने 4 बीएचईएल चैराहे पर एक श्रद्धांजलि सभा की। उन्होंने कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलनरत किसानों में से 40 के करीब किसान इस पूंजीवादी व्यवस्था की भेंट चढ़ चुके हैं किसान आंदोलन का पूरे देश की आम जनता सेअपील थी कि 20 दिसंबर 2020 को हर जगह इन शहीद हुए किसानों को याद करते हुए श्रद्धांजलि सभा की गई। किसानों की मौतों के लिए सभी वक्ताओं ने केन्द्र सरकार को ही जिम्मेदार ठहराया। किसानों के आन्दोलन को सभी वर्गों तबकों का सहयोग मिल रहा हैै आन्दोलन को सभी राज्यों के किसानों का समर्थन मिल रहा है। श्रृद्धांजलि सभा में नासिर अहमद, राजकिशोर, पंकज कुमार, शिशुपाल सिंह, देवेन्द्र सिंह, अवधेश कुमार, सत्यवीर सिंह, सतेन्द्र सिंह, अमर सिंह,, राजू, हरीश, सूरज, निर्मल सिंह, निशा, दीपा, रंजना रश्मि,,कुलदीप, ब्रिजेश, ब्रजराज अनिका, दिनेश कुमार आदि शामिल हुए।
पूंजीवादी व्यवस्था की भेंट चढ़ चुके करीब 40 किसान, पनप रहा आक्रोश


