गगन नामदेव
उत्तराखंड में अजीबो गरीब मामला सामने आया है। देहरादून के एक व्यक्ति ने फेसबुक के माध्यम से एक महिला से दोस्ती की और उसकी प्रलोभन भरी बातों में आकर र्निवस्त्र हो गया। महिला ने सोशल वेबसाइट के माध्यम से उसकी न्यूड फिल्म बना ली। फिल्म बनाने के बाद महिला उसे ब्लैकमेल करने लगी। वह 50 हजार रूपये तो उसके बैंक खाते में डलवा चुका, लेकिन जब फिर से डिमांड की गई तो पीड़ित व्यक्ति ने देहरादून की साइबर क्राइम पुलिस से मद्द की गुहार लगाई है। हालांकि देहरादून की साइबर क्राइम पुलिस के पास ठगी के मामले लगातार आ रहे हैं। रविवार को ऐसे कई मामले सामने आए।
मामला नंबर – 1
जीएमएस रोड़ देहरादून निवासी एक व्यक्ति ने थाने पर शिकायत दर्ज करायी कि वे फेसबुक चलाते है तथा फेसबुक पर ही उनकी एक अंजान महिला से दोस्ती हुई। कुछ समय पश्चात उन दोनांे के मध्य आपसी बातचीत होने लगी। फिर एक दिन उक्त महिला मित्र ने उन्हें विडियो कॉल कर दबाब में लाकर उसे निर्वस्त्र होने पर मजबूर कर उनकी न्यूड फिल्म बना दी। तथा फिर उन्हें ब्लेकमेल कर 50,000 रुपये उनके बताए गए खाते में स्थानान्तरित करवा लिए। शिकायत प्राप्त होने पर थाने से उपनिरीक्षक निर्मल भट्ट द्वारा सम्बन्धित नोडल अधिकारी से सम्पर्क कर कोटक महिन्द्रा बैंक के संदिग्ध लाभार्थी खाते को फ्रीज कराया गया है। खाता धारक के समस्त विवरण प्राप्त कर प्रकरण को कार्रवाई हेतु सम्बन्धित जनपद को भेजा गया।
मामला नंबर-2
साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन में थाना बसन्त बिहार जनपद देहरादून निवासी एक व्यक्ति द्वारा शिकायत दर्ज करायी कि उनके द्वारा ओएलएक्स पर अपनी बाइक बेचने का विज्ञापन डाला गया था जिस पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनसे फोन के माध्यम से सम्पर्क कर बाइक खरीदने की बात कहकर गूगल पे के माध्यम से भुगतान करने के नाम पर गूगल पे पर लिंक भेजकर धोखाधडी से खाते से 72000 रूपये ऑनलाईन धोखाधडी की गई। जिस पर साईबर थाने पर अभियोग पंजीकृत किया गया है, तथा प्रकरण अग्रिम कार्रवाई विवेचना हेतु सम्बन्धित जनपद को प्रेषित किया गया।
मामला नंबर-3
गढ़ीकेन्ट देहरादून निवासी शिकायतकर्ता द्वारा साईबर थाने में प्रार्थना पत्र दिया गया जिसमें उनके द्वारा आरोप अंकित किए गए कि एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन कर स्वंय को रिक्रूटमेन्ट ऑथौरिटी बताते हुए अपोलो अस्पताल में नौकरी दिलाने की बात कही तथा एप्लीकेशन फीस के रुप में में 750 रुपये बताये गये खाते में जमा कराने को कहा गयी। उनके द्वारा इस पर विश्वास कर उक्त धनराशि स्थानान्तरित कर दी, जिस पर पुनः फोन द्वारा सम्पर्क कर साईबर अपराधी द्वारा उनको बताया गया, कि उनका चयन हो गया है तथा विभिन्न तिथियों में अलग अलग शुल्क के नाम पर लगभग 01 लाख 40 हजार रुपये से अधिक की धनराशि बताये गये खातो में जमा करवा ली। इस पर साईबर थाने से उपनिरीक्षक निर्मल भट्ट द्वारा कार्रवाई करते हुए संदिग्ध लाभार्थी के एक्सिज बैंक के खातो को फ्रीज कराया गया है। सम्बन्धित बैंक से पत्राचार कर खाता धारक की जानकारी प्राप्त कर प्रकरण को अग्रिम कार्यवाही हेतु सम्बन्धित जनपद को प्रेषित किया गया है।
मामला नंबर- 4
यमुना कालोनी निवासी एक महिला द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन में शिकायत अंकित की गयी कि एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा पीएनबी कस्टमर केयर अधिकारी बनकर स्वंय को पंजाब नेशनल बैक हेल्प लाईन से बताते हुये उनसे फोन के माध्यम से सम्पर्क कर उनके बैक खाते एंव एटीएम की जानकारी प्राप्त कर व्ज्च् के माध्यम से बैंक खाते से लगभग 49,990 रुपये की ऑनलाईन निकासी की गयी है। प्रार्थना पत्र की जांच साईबर थाने के उपनिरीक्षक प्रतिभा द्वारा की गई, शिकायतकर्ता द्वारा उपलब्ध कराये गए दस्तावेजों के आधार पर जानकारी हुई कि साईबर ठग द्वारा विभिन्न ऑनलाईन गेटवे का प्रयोग करते हुये धनराशि स्थानान्तरित की गयी है, जिस पर तत्काल विभिन्न नोडल अधिकारियों से कार्रवाई हेतु सम्पर्क किया गया। जिसमें से पेटीएम से शिकायतकर्ता के 49990 रूपये (संपूर्ण धनराशि) रिफण्ड करायी गयी है। शिकायतकर्ता द्वारा साईबर थाने की कार्रवाई की प्रशंसा करते हुये धनराशि वापस कराने पर आभार व्यक्त किया गया । संदिग्ध व्यक्ति लाभार्थी के खाता धारक के समस्त विवरण प्राप्त कर प्रकरण को कार्रवाई हेतु सम्बन्धित जनपद को भेजा गया।