डीजीपी अशोक कुमार के प्रयास से सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी की हो सकेगी रजिस्ट्री, कालोनाइजर कर रहा था परेशान




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नवीन चौहान
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार के प्रयास से सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी के प्लाॅट की रजिस्ट्री हो सकेगी। सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी के प्लाॅट की रजिस्ट्री कालोनाइजर नहीं कर रहा था। जिसकी जानकारी डीजीपी अशोक कुमार को मिली तो उन्होंने मामला का तत्काल संज्ञान लेते हुए ऊधमसिंहनगर के एसएसपी को निर्देश दिए। पीड़ित सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी के साथ सभी पुलिसकर्मियों के साथ आमजन ने डीजीपी के कार्य की सराहना की।
अपने साथ ठगी होने या शोषित व्यक्ति पुलिस थानों के चक्कर काटता रहता है, लेकिन उसे बहाना कर चलता कर दिया जाता है। पुलिस पर दवाब पड़ता है तो मुकदमा दर्ज कर लेते हैं। लेकिन उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार का प्रयास है कि प्रत्येक पीड़ित व्यक्ति की शिकायत पर पुलिस तत्काल कार्रवाई करें, ताकि पुलिस की छवि में सुधार हो और पीड़ित व्यक्ति को न्याय मिल सके या उसका अधिकार मिल सके। ऐसा ही एक मामला डीजीपी अशोक कुमार ने स्वतः संज्ञान लेकर सुलझाया है।
ऊधमसिंहनगर में पुलिस के संचार विभाग से सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी चैबे लाल के प्लॉट की कॉलोनाइजर द्वारा रजिस्ट्री नहीं करने संबंधी न्यूज मीडिया पर प्रसारित हो रही थी। न्यूज का तुरंत संज्ञान लेते हुए डीजीपी अशोक कुमार ने ऊधमसिंहनगर के एसएसपी को इस सम्बन्ध में आवश्यक कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि एक पुलिसकर्मी सेवानिवृत्त होने के बाद अपनी जमा पूंजी प्लाॅट खरीदकर उसपर अपना मकान बनाने में लगा देता है। ऐसे में यदि उसके साथ इस प्रकार की कोई घटना घटित होगी, तो उसके मनोबल को काफी क्षति पहुंचेगी। तुरंत चैबे लाल जी के नाम जमीन की रजिस्ट्री व उसका म्यूटेशन कराना सुनिश्चित किया जाए। ऐसा न होने पर उन्हें पूरा पैसा ब्याज के साथ वापस करने के साथ-साथ संबंधित के विरूद्ध मुकदमा भी पंजीकृत किया जाए।
जिसके बाद कोतवाली रूद्रपुर पुलिस ने गंभीरता से मामले की जांच शुरू कर दी। पीड़ित चैबे लाल और दोनों कॉलोनाइजर को थाने पर बुलाया और दोनों कॉलोनाइजर को तुरंत चैबे लाल जी की जमीन की रजिस्ट्री व दाखिला खारिज कराने के निर्देश दिये। जिस पर आज सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी चैबे लाल जी की प्लाॅट की रजिस्ट्री की कार्रवाई सुनिश्चित कर दी गयी है।