नवीन चौहान
महाकुंभ पर्व 2021 के पहले दिन, गुरूवार 1 अप्रैल को गंगा विचार मंच के राष्ट्रीय संयोजक भरत पाठक व प्रदेश सह संयोजक आशीष झा नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा का पत्र लेकर मातृ सदन पहुंचे और उन्होंने स्वामी शिवानंद से अनशन समाप्त करने का निवेदन किया। पत्र पढ़ने के उपरांत स्वामी शिवानंद ने सहमति जताते हुए अपना अनशन समाप्त कर दिया। इसके पूर्व उन्होंने अपने शिष्य ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद का भी अनशन समाप्त करा दिया था।
बताते चलें कि मातृ सदन के संस्थापक स्वामी शिवानंद मांगों को लेकर 12 मार्च से अनशन रूपी तपस्या कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कुंभ मेले का नोटिफिकेशन जारी होने पर अपना शरीर छोड़ने का भी ऐलान कर दिया था। स्वामी शिवानंद के साथ उनके शिष्य ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद 23 फरवरी से अनशन रूपी तपस्या कर रहे थे। मेला प्रशासन की ओर से 1 अप्रैल को कुंभ मेले का नोटिफिकेशन जारी होने की सूचना मिलते ही स्वामी शिवानंद ने अपने शिष्य की तपस्या को विराम देकर स्वयं प्राण छोड़ने का निर्णय कर लिया। उनके इस निर्णय की जानकारी मिलते देर रात को गंगा विचार मंच के राष्ट्रीय संयोजक भारत पाठक और उनके सहयोगी प्रदेश सह संयोजक आशीष झा नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा का पत्र लेकर जिसमें उन्होंने खनन पर रोक लगाने एवं बांध परियोजनाओं पर विचार करने का आश्वासन दिया था मातृ सदन पहुंचे। पत्र पढ़ने के उपरांत स्वामी शिवानंद संतुष्ट हो गए और उन्होंने अपना अनशन समाप्त कर दिया। स्वामी शिवानंद का अनशन समाप्त होने से आम लोगों में खुशी व्याप्त है। इसके पूर्व कुंभ में अनहोनी का खतरा बना हुआ था।
मातृ सदन के स्वामी शिवानंद का अनशन समाप्त, प्रशासन ने ली राहत की सांस

