नवीन चौहान.
हरिद्वार। मंगलवार की देर शाम भूपतवाला क्षेत्र स्थित कमल कल्याण आश्रम के परमाध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी कमलानंद पर उनके ही शिष्य ने चाकू से हमला कर उन्हें घायल कर दिया था। इस मामले में पुलिस जांच कर रही है, आरोपी शिष्य को हिरासत में भी ले लिया गया है। पुलिस इस बात की पूछताछ कर रही है कि आखिर शिष्य ने हमला क्यों किया, संपत्ति विवाद हमले के पीछे तो नहीं इस बिन्दु पर भी पुलिस जांच कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक जिस शिष्य ने अपने गुरु पर प्राणघातक हमला किया वह करीब 20 वर्षों से उनके साथ रहकर सेवा करता चला आ रहा है। साथ ही आश्रम की सभी व्यवस्थाओं का संचालन भी आरोपी शिष्य गिरिशानंद द्वारा किया जाता था। सूत्र बताते हैं कि इस हमले के पीछे भी सम्पत्ति ही मुख्य वजह रही। बताया जा रहा है कि महामण्डलेश्वर स्वामी कमलानंद ने अपने एक परिवार के सदस्य को कुछ समय पूर्व बुलाकर आश्रम में रखा था। इसके साथ ही आश्रम का सारा काम काज भी परिजन के सुपुर्द करने की मंशा बना ली थी।
यह बात 20 वर्षों से सेवा कर रहे गिरिशानंद को रास नहीं आयी होगी और उसने अपनी दुर्गति होने की आहट सुनकर यह कदम उठाया होगा। वैसे आश्रम-अखाड़ों में जितने भी मामले सामने आए हैं उनमें से अधिकांश के पीछे सम्पत्ति से जुड़े मामले ही सामने आते रहे हैं।