मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की अपेक्षा के अनुरूप अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हो रहे सरकारी अस्पताल




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न्यूज127
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अपेक्षाओं के अनुरूप सरकारी अस्पतालों को निजी अस्पतालों से बेहतर बनाने की कवायद जिलाधिकारी सविन बंसल ने शुरू कर दी है। जिला चिकित्सालयों में अत्याधुनिक मशीनों को लगाया जा रहा है। जिसके चलते मरीजों को निजी अस्पतालों की तरफ झांकना नही पड़ेगा। सरकारी अस्पतालों में बेहतर इलाज मरीजों को उपलब्ध कराया जायेगा।
जिलाधिकारी सविन बंसल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित ऋषिपर्णा सभागार में राजकीय जिला चिकित्सालय (कोरोनेशन) की त्रैमासिक चिकित्सा प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अपेक्षा के अनुरूप सरकारी अस्पतालों को निजी चिकित्सालयों के समकक्ष सुविधाओं से युक्त किया जाए, ताकि आमजन को महंगे निजी उपचार की आवश्यकता न पड़े।

चिकित्सालय को मिली महत्वपूर्ण स्वीकृतियाँ
जिलाधिकारी सविन बंसल ने एसएनसीयू (SNCU) के लिए 6 अतिरिक्त बेड, एक्स-रे मशीन, फोटोथेरेपी उपकरण, डिफिब्रिलेटर, जनरेटर, मैनपावर और सुरक्षा हेतु भूतपूर्व सैनिक गार्ड की तत्काल स्वीकृति प्रदान की।
इसके अतिरिक्त ऑटोमेटेड पार्किंग, महिला हिलांस कैंटीन, और ब्लड बैंक जैसी व्यवस्थाओं को भी विस्तार देने का निर्णय लिया गया, जिससे डॉक्टर, स्टाफ और आमजन में उत्साह का माहौल रहा।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने चिकित्सालय की पुरानी टीनशेड पार्किंग को हटाकर नई ऑटोमेटेड पार्किंग विकसित करने हेतु रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए।

ब्लड बैंक कार्य युद्धस्तर पर पूर्ण करने के निर्देश
डीएम सविन बंसल ने ब्लड बैंक निर्माण कार्य को शीघ्र पूर्ण कर निरीक्षण करने की बात कही और कार्य में किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि पूर्व बैठक में प्रस्तावित सामग्रियों की क्रय प्रक्रिया पूर्ण की जा चुकी है, जिनमें एक्स-रे, सीटी स्कैन मशीन, व्हीलचेयर, ड्रेसिंग ड्रम, एडल्ट सेक्शन मशीन, यूनिफॉर्म, एसी आदि शामिल हैं।

राज्य का पहला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र – गांधी शताब्दी चिकित्सालय में
बैठक में राज्य के पहले अत्याधुनिक दिव्यांग पुनर्वास केंद्र (DDRC) की स्थापना पर भी चर्चा हुई। डीएम सविन बंसल ने मुख्य विकास अधिकारी को निरीक्षण के निर्देश देते हुए कहा कि यह केंद्र दिव्यांगजनों को प्रमाण पत्र, फिजियोथेरेपी, कृत्रिम अंग, परामर्श और स्वरोजगार प्रशिक्षण एक ही स्थान पर उपलब्ध कराएगा। केंद्र में विशेषज्ञों की मल्टी-डिसिप्लिनरी टीम के माध्यम से समग्र पुनर्वास और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा।
केंद्र के माध्यम से दिव्यांगजनों को यूडीआईडी कार्ड, छात्रवृत्ति, पेंशन जैसी योजनाओं से भी जोड़ा जाएगा, और उनके लिए विशेष शिक्षा व प्रशिक्षण की सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, एसडीएम हरिगिरि, सीएमएस डॉ. मन्नु जैन, डॉ. जेपी नौटियाल, डॉ. शालिनी डिमरी, डॉ. नीतू तोमर, मुख्य कोषाधिकारी नीतू भंडारी, प्रमोद कुमार, राजीव सब्बरवाल, इंदू शर्मा, सुशीला पंवार, राजेश, आरती सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।