नवीन चौहान,
हरिद्वार। एससी एसटी एक्ट को लेकर भारत बंद की घोषणा को हरिद्वार में सफल बनाने के लिये दलित समाज के लोगों ने कानून व्यवस्था को ताक पर रख दिया। खुलेआम हाथों में लाठी डंडे लेकर हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर प्रदर्शन और नारेबाजी करते दिखाई दिये। खुलेआम सरकार को गालियां दी गई। कुछ स्थानों पर पुलिस को शांति व्यवस्था बरकरार रखने के लिये पुलिस को लाठियां तक फटकारनी पड़ी और हवा में आंसू गैस छोड़ी गई। जिसके बाद
हरिद्वार में शांति व्यवस्था बरकरार रह पाई। इसी घटनाक्रम को देखते हुये जिला प्रशासन ने हरिद्वार जनपद में धारा 144 लागू कर दी गई है। इस धारा के लागू होने के बाद चार या चार से अधिक लोग एक स्थान पर खड़े दिखाई नहीं देंगे और ना ही प्रदर्शन कर सकते है।
सोमवार को हरिद्वार में अफरा तफरी का माहौल रहा। दलित समाज के लोगों ने भारत बंद को सफल कराने की आढ़ लेकर कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा दी। हालांकि हरिद्वार पुलिस प्रशासन ने वक्त रहते हालात को काबू किया और उपद्रवी तत्वों पर नजर बनाकर रखी। वही रूड़की में हालात बेकावू हो गये। रूड़की में उपद्रवी तत्वों ने जमकर बवाल किया तोड़फोड़ की और लोगों से मारपीट तक की गई। जिसके बाद भारत बंद का हिंसक रूप में तब्दील होने लगा। खुद डीआईजी पुष्पक ज्योति, एसएसपी हरिद्वार कृष्ण कुमार वीके, एसपी देहात मणिकांत मिश्रा रूड़की में डटे रहे। इसी को देखते हुये हरिद्वार जिलाधिकारी दीपक रावत ने जनपद में धारा 144 लागू कर दी है। अपर जिलाधिकारी (वित्त एव राजस्व ) ललित नारायण मिश्रा ने बताया कि अग्रिम आदेश आने तक जिले भर में धारा 144 लगा दी गयी है जिसका उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी .