नवीन चौहान,
हरिद्वार। उपद्रव फैलाने वाले करीब 500 लोगों से अधिक की संख्या में असामाजिक तत्व हरिद्वार पुलिस के निशाने पर आ गये है। हरिद्वार पुलिस ने जनपद के विभिन्न थानों में दस मुकदमे दर्ज किये है। जिसमें से करीब 40 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। जबकि 100 लोगों की पहचान पुलिस ने कर ली है। पुलिस वीडियो रिकार्डिंग के आधार पर उपद्रव फैलाने वाले असामाजिक तत्वों को चिंहित करने में जुटी है। पूरी घटना भारत बंद के दौरान की है। इस के अलावा जनपद में 7 कंपनी पीएसी की तैनात कर दी गई है।
2 अप्रैल को दलित समाज की ओर से एससीएसटी कानून में संशोधन के लिये भारत बंद का ऐलान किया था। इसी के चलते हरिद्वार जनपद में करीब 50 हजार की संख्या में दलित समाज के लोग बाजार बंद कराने के लिये सड़कों पर आ गये। इस भारी संख्या की भीड़ का नेतृत्व किसी के पास नहीं था। नेतृत्व विहीन भीड़ सड़कों पर लाठी डंडे लेकर बाजार बंद कराने लगी। इसी भीड़ में शामिल कुछ असामाजिक तत्वों ने माहौल को बिगाड़ने का कार्य शुरू कर दिया। रूड़की में एक बस को आग लगा दी तथा गोलीबारी की गई। जिससे भीड़ उग्र हो गई।
भीड़ का प्रदर्शन उग्र होता चला गया। हरिद्वार पुलिस फोर्स इस प्रदर्शन पर पूरा संयम बरतते हुये हालात को काबू करने का प्रयास करती रही। पुलिस ने सड़कों पर लाठी फटकार कर भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास किया। एसएसपी हरिद्वार कृष्ण कुमार वीके ने पुलिस को धैर्य व सूझबूझ से कार्य करने के निर्देश दिये। जिसका नतीजा ये रहा कि हरिद्वार शहर जलने से बच गया। पुलिस के धैर्य के सामने असामाजिक तत्वों के मंसूबे फेल हो गये। इसी पूरे घटनाक्रम के बाद जनपद में धारा 144 लागू कर दी गई। खुद कमिश्नर गढ़वाल दिलीप जावलकर, डीआईजी पुष्पक ज्योति, आईजी कानून एवं व्यवस्था अशोक कुमार, डीएम दीपक रावत और एसएसपी कृष्ण कुमार वीके जनपद के संवेदनशील स्थलों का भ्रमण कर शांति की अपील करते दिखाई दिये। जनपद में शांति का वातावरण पूरी तरह से कायम करने के बाद अब हरिद्वार पुलिस ने असामाजिक तत्वों को चिंहित कर गिरफ्तारी करनी शुरू कर दी है। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने बताया कि 40 से अधिक गिरफ्तारी की जा चुकी है। करीब 500 से अधिक लोगों को गिरफ्तार करने के लिये पुलिस दबिश दे रही है।
इन थानों में दर्ज मुकदमे
हरिद्वार के बहादराबाद, भगवानपुर, मंगलौर, सिडकुल, लक्सर, पथरी थानों में असामाजिक तत्वों के खिलाफ मुकदमें दर्ज किए गए हैं।