DAV सेंटेनरी पब्लिक स्कूल में विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए करियर काउंसलिंग




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न्यूज 127.
डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल जगजीतपुर में प्रधानाचार्य मनोज कुमार कपिल के निर्देशन में कक्षा दसवीं के छात्र-छात्राओं के आगामी सत्र में प्रवेश के लिए विषयों के प्रति जागरूक करने के लिए करियर काउंसलिंग का आयोजन किया गया। इसके माध्यम से छात्राओं और अभिभावकों को बताया गया कि कौन से विषयों को समाहित किया जाए कि जिससे विद्यार्थियों का भावी जीवन उज्ज्वल हो।

सर्वप्रथम प्रधानाचार्य ने मुख्य अतिथि गिरीश गौड, एजुकेशनिस्ट तथा समस्त अभिभावकों का स्वागत तथा आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि करियर छात्र-छात्राओं को अपनी रुचियों, क्षमताओं और भविष्य के लक्ष्यों के बारे में बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है। ताकि वे उचित करियर पथ का चुनाव कर सके। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों के जीवन में समय का सदुपयोग,आचरण एवं अनुशासन सर्वोपरि होना चाहिए तथा रुचिकर विषय का चयन ही विद्यार्थियों को सफलता प्राप्त करा सकता है तथा तनाव मुक्त रखने में सहायक होता है।

इस अवसर पर विद्यालय की वाणिज्य विभाग की अध्यापिका डॉ. मनजीत कौर ने भी छात्र-छात्राओं को करियर काउंसलिंग के माध्यम से यह बताया कि सही विषय का चयन ही वास्तव में छात्र-छात्राओं को उच्च शिखर तक पहुँचा सकता है। उन्होंने बताया की वाणिज्य विषय का चयन करने से विद्यार्थी CA, CS बन सकता है जो कि बडी-बडी मल्टीनेशनल कंपनियों का मस्तिष्क होता है। इस विषय का चयन करने से रोजगार के कई विकल्प विद्यार्थियों के पास रहते हैं जैसे बैंकिंग, स्टॉक मार्किट, आयकर विभाग आदि।

विद्यालय की AI अध्यापिका दीपशिखा ने सर्वप्रथम यह बताया कि छात्र-छात्राओं के जीवन में अभिभावक और अध्यापक/अध्यापिकाओं की क्या भूमिका है जो विद्यार्थियों को उच्चशिखर तक पहुँचाने में सहायक होती है। उन्होंने टेक्नोलॉजी आधारित व्यवसायों से भी छात्र-छात्राओं को परिचित कराया तथा यह भी बताया कि यदि विद्यार्थी न्यूरो टेक्नोलॉजी, रोबोर्ट पर्सनालिटी डिजाइन, मेटावर्स आर्केटेक्ट कोर्स करते है तो इन क्षेत्रों में विद्यार्थियों को अच्छा रोजगार प्राप्त हो सकता है।

विद्यालय की आंग्लविभागाध्यक्षा सोनिया त्यागी ने भी यह बताया कि आज का सत्र छात्रों को उनके सपनों को पूरा करने के लिए तथा सही मार्गदर्शन और आत्मविश्वास बढ़ाने की प्रेरणा देता है। यह सत्र छात्रों को अपने लक्ष्य को पहचानने और उस पर काम करने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने बताया कि आजकल कोचिंग की अत्यधिक प्रथा चल रही है जिस कारण विद्यार्थियों का विद्यालय में अध्ययन करने में मन नहीं लगता और वह कोचिंग के कारण न विद्यालय में पढता है और न ही कोचिंग में पढ़ पाता है, इसलिए विद्यार्थियों के हित को ध्यान में रखते हुए विद्यालय में ही कॉम्पटीटिव माहौल पैदा किया जाएगा जिससे विद्यार्थी मानसिक रूप से तनाव मुक्त रहे तथा उनका सर्वाङ्गीण विकास हो।

मुख्य अतिथि गिरीश गौड़ जो कि IIT के छात्र रहें है उन्होंने भी विद्यार्थियों को जागरूक करते हुए यह बताया कि छात्र-छात्राओं के जीवन में विद्यालय की भूमिका ही सर्वोपरि है इसके माध्यम से ही विद्यार्थियों का सर्वाङ्गीण विकास होना संभव है इसलिए विद्यार्थियों को नियमित विद्यालय आकर अध्ययन करना चाहिए। उन्होंने बताया की सही विषय का चयन जिसमें विद्यार्थियों की रुचि हो उस विषय को ही लेना चाहिए तथा हमें साथ-साथ उज्ज्वल भविष्य हेतु CUET, JEE, NEET की तैयारी भी करनी चाहिए।