नवीन चौहान
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीपी ध्यानी ने हरिद्वार क्षेत्र के 12 संस्थानों का औचक निरीक्षण किया। कुलपति ने संस्थानों से उत्तर पुस्तिकाओं का विर्गत तीन वर्षो का लेखा जोखा मांगा। कुलपति ने भारतीय विश्वविद्यालय का परीक्षा केन्द्र स्थानान्तरित स्थान्नातरित किया तथा एसबीएन डिग्री कालेज में विश्वविद्वालय पर्यवेक्षक की तैनाती की गई।
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीपी ध्यानी और परीक्षा नियत्रंक आरएस चौहान, सुनील नौटियाल ने 22 फरवरी 2020 को हरिद्वार के विभिन्न परीक्षा केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सेमेस्टर परीक्षाओं के साथ ही संस्थानों के मानकानुसार व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया ।
संस्थानों का विवरण निम्नवत
कुलपति ने आईपीएस कालेज दयालपुर धनौरी के परीक्षा कक्षों का निरीक्षण किया। जिसमें सीसी टीवी कैमरे ठीक से कार्य नहीं कर रहे थे। उत्तर पुस्तिकाओं का लेखा जोखा भी अध्यावधिक नहीं रखा गया था। जिस पर कुलपति ने कडा रोष व्यक्त किया गया तथा निर्देश दिये कि तत्काल व्यवस्थायें ठीक की जायें। वरना की संस्थान पर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। और सीसी टीवी कैमरे की मोनिटेरिंग कराई जाये।
कुलपति ने भारतीय महाविद्यालय दयालपुर धनौरी के परीक्षा कक्षों का निरीक्षण किया। उत्तर पुस्तिकाओं का कोई भी लेखा जोखा अध्यावधिक नहीं रखा गया था। महाविद्यालय के बीच में आम के पेड लगाये गये हैं जिससे निरीक्षण के दौरान दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कुलपति ने परीक्षा केन्द्र को बदलने के निर्देश दिये है। अब सभी परीक्षायें आईपीएस कालेज दयालपुर धनौरी में होगी है।
कुलपति ने हरिओम सरस्वती कालेज धनौरी के परीक्षा कक्षों का निरीक्षण किया। उत्तर पुस्तिकाओं का लेखा जोखा भी अध्यावधिक नहीं रखा गया था। जिस पर कुलपति ने कडा रोष व्यक्त किया गया। कुलपति ने कालेज को निर्देश दिये कि तत्काल व्यवस्थायें ठीक की जायें। वरना की संस्थान पर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। और सीसी टीवी कैमरे की मोनिटेरिंग कराई जाये।
कुलपति ने राजकमल कालेज बहदराबाद के परीक्षा कक्षों का निरीक्षण किया। उत्तर पुस्तिकाओं का लेखा-जोखा भी अध्यावधिक नहीं रखा गया था तथा लगभग पांच हजार उत्तर पुस्तिकाओं को अनावश्यक बिना परीक्षा के रखा गया है। जबकि कालेज में एक सप्ताह पहले ही परीक्षा सम्पन्न हो चुकी है। जिस पर कुलपति द्वारा कडा रोष व्यक्त करते हुये निर्देश दिये कि उत्तर पुस्तिका का विगत तीन साल का लेखा जोखा यथाशीघ्र विश्वविद्यालय को प्रस्तुत किया जाय।
कुलपति ने अरोमा डिग्री कालेज नियर पतंजली हरिद्वार के परीक्षा कक्षों का निरीक्षण किया।उत्तर पुस्तिकाओं का लेखा-जोखा भी अध्यावधिक नहीं रखा गया था। जिस पर कुलपति द्वारा कडा रोष व्यक्त करते हुये निर्देश दिये कि उत्तर पुस्तिका का विगत तीन साल का लेखा जोखा यथाशीघ्र विश्वविद्यालय को प्रस्तुत किया जाय।
कुलपति ने कुन्ती नमन कालेज नियर पतंजली हरिद्वार के परीक्षा कक्षों का निरीक्षण किया। सम्बन्धित संस्थान में परीक्षा से सम्बन्धित सभी व्यवस्थायें चौक चौबन्द पायी गयी। निरीक्षण के दौरान प्राचार्य एवं समस्त अध्यापकगण उपस्थित थे। कुलपति ने प्राचार्य एवं अध्यापकगणों के साथ शिक्षा उन्नयन तथा फैकल्टी उन्नयन के लिए विस्तार से चर्चा की गयी। कुलपति द्वारा संस्थान की गयी प्रसन्नता।
कुलपति ने अरिहन्त डिग्री कालेज नियर पतंजली हरिद्वार के परीक्षा कक्षों का निरीक्षण किया। उत्तर पुस्तिकाओं का लेखा-जोखा भी अध्यावधिक नहीं रखा गया था। जिस पर कुलपति ने कडा रोष व्यक्त करते हुये निर्देश दिये कि उत्तर पुस्तिका का विगत ती साल का लेखा जोखा यथाशीघ्र विश्वविद्यालय को प्रस्तुत किया जाय।
कुलपति ने कोर इंस्टीट्यूड नियर पतंजली हरिद्वार के परीक्षा कक्षों का निरीक्षण किया। सभी व्यवस्थायें चाक चौबन्द पायी गयी। वर्तमान में संस्थान विश्वविद्यालय का उत्तर पुस्तिका संकलन केन्द्र भी है। कुलपति द्वारा कार्य की सराहना की गयी।
कुलपति ने एचईसी कालेज जगजीतपुर हरिद्वार के परीक्षा कक्षों का निरीक्षण किया। संस्थान में परीक्षा से सम्बन्धित सभी व्यवस्थायें चौक चौबन्द पायी गयी तथा उत्तर पुस्तिकाओं का लेखा- जोखा सही पाया गया। कुलपति डॉ पीपी ध्यानी ने कालेज की तमाम व्यवस्थाओं पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कॉलेज की व्यवस्थाए वहां की गुणवत्ता जाहिर करती है। एचईसी कॉलेज तमाम व्यवस्थाएं दुरस्त पाई गई।
कुलपति ने फेरूपुर डिग्री कालेज हरिद्वार के परीक्षा कक्षों का निरीक्षण किया। जिसमें सीसी टीवी विधिवत् कार्य कर रही थी। उत्तर पुस्तिकाओं का लेखा जोखा भी सही पाया गया। कुलपति ने सीसी टीवी मोनिटेरिंग के लिए निर्देश दिये।
कुलपति ने रूबराज इंस्टीट्यूड निकट फेरूपुर हरिद्वार के परीक्षा कक्षों का निरीक्षण किया। उत्तर पुस्तिकाओं का लेखा जोखा भी अध्यावधिक नहीं रखा गया था तथा लगभग पांच हजार उत्तर पुस्तिकाओं को अनावश्यक रखी गयी है। जिस पर कुलपति ने कडा रोष व्यक्त करते हुये निर्देश दिये कि उत्तर पुस्तिका का विगत तीन साल का लेखा जोखा यथाशीघ्र विश्वविद्यालय को प्रस्तुत किया जाय तथा संस्थान में रखी उत्तर पुस्तिकाओं को तत्काल संकलन केन्द्र कोर इंस्टीट्यूड में जमा करायी जाय। संस्थान में सीसी टीवी की निगरानी के लिए कोई भी कर्मचारी मौजूद नही पाया गया।
कुलपति ने एसबीएन कालेज सुल्तानपुर हरिद्वार के संस्थान में चल रही परीक्षाओं के निरीक्षण में पाया गया कि समय 04.25 पर उत्तर पुस्तिकायें पैक की जा रही थी। जिसमें कोई भी सक्षम अधिकारी मौजूद नही पाया गया, पूछने पर कर्मचारी द्वारा स्पष्ट जबाव नही दिया गया। संस्थान में सीसीटीवी कैमरे सही तरीके से काम नही कर रहे थे। कुलपति ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और निर्देश दिये कि यदि 24 घंटो के अन्तर्गत संस्थान द्वारा व्यवस्थायें सही नही की गयी तो हमेशा परीक्षा केन्द्र से वंचित कर दिया जायेगा। कुलपति ने अगामी परीक्षाओं में परीक्षा नकलविहीन बनाने के लिए एसबीएन कालेज में पर्यवेक्षक की तैनाती कर दी। निर्देश दिए कि अब सभी परीक्षायें होंगी पर्यवेक्षक की देखरेख में होगी।
कुलपति डॉ पीपी ध्यानी ने बताया कि सम्पूर्ण परीक्षा दिवसों में इस प्रकार की सघन कार्यवाही विश्वविद्यालय द्वारा की जाती रहेगी, गडबडी पाये जाने पर तत्काल परीक्षा केन्द्रों का स्थानांतरण किया जायेगा। नियमों को ताक पर रखने वाले संस्थानों के विरूद्ध कार्रवाई होगी। मान्यता की नियमानुसार जांच कराई जायेगी।