नवीन चौहान
जिलाधिकारी सविन बंसल की संवेदनशीलता और कार्यशैली से एक बेटी के भविष्य में सुनहरे कल की चमक दिखाई दे रही है। जिलाधिकारी ने असहाय मां की बेटी की शिक्षा को पुनर्जीवित किया। संवेदनशीलता का यह कोई पहला मामला नही है। इससे पूर्व भी जिलाधिकारी सविन बंसल गरीबों की मदद करने व पीड़ितों को न्याय दिलाने में आगे आए है। ऐसा ही कुछ एकल माता रजनी देवी की बेटी शिवानी की शिक्षा को पुनर्जीवन करने के मामले में देखने को मिला है।
रजनी देवी, जो किराए के मकान में रहकर प्राइवेट नौकरी से दो बच्चों का पालन-पोषण कर रही हैं, ने अपनी बेटी शिवानी की पढ़ाई जारी रखने के लिए जिलाधिकारी सविन बंसल से गुहार लगाई। बिटिया कक्षा 12वीं में अध्ययनरत है, और आर्थिक स्थिति के कारण फीस भरना असंभव हो गया था।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए श्री गुरु राम राय एजुकेशन मिशन से शैक्षणिक सत्र 2024-25 की फीस में रियायत का अनुरोध किया। मिशन द्वारा पिछले सत्र की 50% फीस माफ कर दी गई।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने निर्देश दिया कि शिवानी की आगामी शिक्षा का संपूर्ण खर्च अब “प्रोजेक्ट नंदा-सुनंदा” के अंतर्गत जिला प्रशासन द्वारा वहन किया जाएगा। उन्होंने इस संबंध में समिति को रिपोर्ट प्रस्तुत करने और आवश्यक प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश भी दिए।
विगत एक वर्ष में देहरादून जिला प्रशासन द्वारा लगातार ऐसे निर्णय लिए जा रहे हैं, जो आमजन, बुजुर्गों, दिव्यांगों और असहायों के पक्ष में राहत और विश्वास लेकर आए हैं। चाहे वह ऋणमाफी हो, न्याय, उपचार, या अब शिक्षा – हर स्तर पर जनहित सर्वोपरि रखा गया है।
जिलाधिकारी सविन बंसल की संवेदनशीलता से एक बेटी के भविष्य में रोशनी की किरण




