नवीन चौहान,
लक्सर। हरिद्वार के बालावाली गांव के समीप बहने वाली गंगा ने अपना वास्तविक रास्ता बदल लिया है। गंगा में बहकर आने वाले खनिज पदार्थ के कारण रेत का बड़ा विशाल टीला बन गया है। टीले के कारण गंगा करीब दो किलोमीटर तक की किसानों की कृषि जमीन से होकर गुजर रही है। किसानों की निजी कृषि भूमि और ग्राम सभा की भूमि गंगा नदी में डूब गई है। डीएम दीपक रावत ने बालावाली का स्थलीय निरीक्षण करने के बाद खनिज सामग्री को हटाने के किसानों को पट्टे जारी करने के निर्देश दिये है।
जिलाधिकारी दीपक रावत ने तहसील लक्सर के ग्राम बालावाली के गंगा नदी किनारे क्षेत्र एवं रामपुर रायघटी के गंगा नदी किनारे क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम तहसील लक्सर के ग्राम बालावाली में गंगा नदी किनारे क्षेत्र का स्थलीय भ्रमण किया। स्थलीय निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि बालावाली गंगा नदी पुल क्षेत्र के समीप गंगा नदी अपना वास्तविक मार्ग बदलकर प्रवाहित हो रही है। गंगा नदी ने अपना मार्ग नदी के बीच में लगभग 02 किमी क्षेत्र में रेत का बड़ा टीला बन जाने के कारण बदला है। जिससे ग्रामीणों की निजी कृषि भूमि सहित ग्राम सभा की भूमि गंगा नदी में डूब गयी हैं। हरिद्वार सिंचाई खण्ड के अधिशासी अभियन्ता आरके तिवारी ने बताया कि बालावाली गंगा नदी पुल क्षेत्र के समीप नदी के बीच में से 50 लाख घनमीटर उपखनिज हटाये जाने से गंगा नदी चैनेलाईज होकर अपने वास्तविक मार्ग में प्रवाहित होने लगेगी। वहीं ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि गंगा नदी के मार्ग बदलकर चलने से बरसात के दौरान भूकटाव होता रहता है जिससे किसानों की भूमि गंगा नदी में डूब जाती है।
साथ ही बरसात के सीजन में गंगा नदी किनारे बसे ग्राम बालावाली, कल्सिया, डूमनपुरी, गिद्वावाली सहित दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आते है जिससे भारी जानमाल की क्षति होती है। जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि इस क्षेत्र में गंगा नदी के बीच से उपखनिज हटाये जाने का प्रस्ताव शासन को भेजा जायेगा ताकि नदी चैनेलाईज होकर अपने वास्तविक मार्ग में प्रवाहित हो सके। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास रहेगा कि नदी को आगामी बरसात के सीजन से पूर्व ही चैनेलाईज कर दिया जाय। जिलाधिकारी ने लक्सर तहसील के ग्राम रामपुर रायघटी के नदी क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। एसडीएम कौस्तुभ मिश्र ने बताया कि इस क्षेत्र में किसानों को उनकी गंगा नदी में डूबी निजी भूमि पर से उपखनिज उठाने हेतु पट्टे आंवंटित करने से नदी चैनेलाईज तो होगी ही साथ ही सरकार को राजस्व भी प्राप्त होगा। जिस पर जिलाधिकारी ने किसानों को नियमानुसार पट्टे आंवटित किये जाने के निर्देश एसडीएम कौस्तुभ मिश्र को दिये।