डीएम दीपक रावत के नाम से व्यापारियों में खौफ, जानिए पूरी खबर




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नवीन चौहान, हरिद्वार। आईएएस अफसर दीपक रावत ने जब से हरिद्वार जनपद के जिलाधिकारी पद की जिम्मेदारी संभाली है तभी से उनके छापेमारी अभियान जारी है। डीएम दीपक कब कहां किसके प्रतिष्ठान पर छापेमारी कर दे इस बात का पता किसी को नहीं होता है। एआरटीओ ऑफिस हो या सरकारी अस्पताल, निजी प्रतिष्ठान हो या प्राइवेट कोचिंग इंस्ट्टीयूट सभी स्थानों पर डीएम दीपक रावत खुद पहुंचकर छापेमारी कर रहे है। अब उन्होंने हरिद्वार को पॉलीथीन मुक्त बनाने की मुहिम शुरू कर दी है। इस मुहिम के शुरू होने के साथ ही व्यापारियों में उनके नाम का खौफ समा गया है। डीएम के इसी खौफ से हरिद्वार के दुकानदारों ने पॉलीथीन से तौबा करने का मन बना लिया है।
बतादे कि हरिद्वार में पॉलीथीन का चलन बहुतायत किया जाता है। हरिद्वार जनपद के स्थानीय लोग भी पॉलीथीन से सामान खरीदने के पूरी तरह आदी हो चुके है। अपनी ब्रिकी को बढ़ाने के लिये और कस्टमर को सुविधा देने के लिये दुकानदार ग्राहकों को पॉलीथीन में सामान देते रहे है। डीएम दीपक रावत ने हरिद्वार जनपद में पहुंचते ही अपने आक्रामक तेवर दिखाये थे। उन्होंने ज्वालापुर, हरिद्वार, कनखल में पॉलीथीन की ब्रिकी करने वाले प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कर जुर्माना और सील की कार्रवाई की थी। डीएम की इस कार्रवाई का कोई खास असर हरिद्वार में दिखाई नहीं दिया। चोरी छिपे दुकानदार पॉलीथीन में सामान देना जारी रखते रहे। हालांकि डीएम ने कई दुकानदारों और ग्राहकों पर जुर्माना लगाना जारी रखा। इस सबके बावजूद हठधर्मी दुकानदारों पर डीएम दीपक रावत के आदेशों का कोई खास असर नहीं पड़ा। लेकिन अब शासन के आदेशों के बाद डीएम दीपक रावत ने सख्त तेवर दिखाते हुये जनपद में पॉलीथीन, थर्माकोल एवं प्लास्टिक की डिस्पोजल ब्रिकी पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। डीएम दीपक रावत ने लगभग सभी विभागों के अधिकारियों को पॉलीथीन और प्लास्टिक की ब्रिकी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिये है। डीएम के आदेशों के बाद हरिद्वार के व्यापारियों ने पॉलीथीन से तौबा कर ली है।