नवीन चौहान
डीएलएड प्रशिक्षण के लिए आयोजित की गई प्रवेश परीक्षा के लिए बनाए गए परीक्षा केंद्र केएलडीएवी पीजी कॉलेज में मानकों पालन होता नहीं मिला। वहां अव्यस्था मिलने पर जब परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक से बात की गई तो उनका जवाब भी गैर जिम्मेदाराना रहा। केंद्र व्यवस्थापक केएलडीएवी कॉलेज की प्राचार्या यशोदा मित्तल को बनाया गया था। निरीक्षण में खामी मिलने पर प्राचार्या का दिसंबर माह का वेतन रोकने के आदेश जारी करते हुए उन्हें मुख्य शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है।
मुख्य शिक्षा अधिकारी डॉ आनंद भारद्वाज ने बताया कि शुक्रवार सुबह 10 बजे केंद्र का निरीक्षण किया गया, निरीक्षण के दौरान कॉलेज के गेट पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा था। कॉलेज गेट पर कर्मचारी सैनेटाइजर और थर्मल स्कैनर लेकर खड़े थे लेकिन उसके बावजूद शिक्षक और कुछ परीक्षार्थी बिना स्कैनिग के ही अंदर प्रवेश कर रहे थे। कॉलेज के अंदर कई कर्मचारी, शिक्षक और परीक्षार्थी बिना मॉस्क पहने हुए थे। परीक्षा कक्षों में अधिक परीक्षार्थी बैठाए जा रहे थे, जिससे भारत सरकार और राज्य सरकार द्वारा जारी एसओपी का उल्लंघन किया जा रहा था। मुख्य शिक्षा अधिकारी के मुताबिक इस संबंध में जब प्राचार्य और केंद्र व्यवस्थापक यशोदा मित्तल से बात की गई तो उनका उत्तर बेहद गैर जिम्मेदाराना और लापरवाही भरा पाया गया। इसके अलावा दो पर्यवेक्षक भी अपनी डयूटी पर उपस्थित नहीं मिले, उनका भी वेतन रोकने के निर्देश दिये गए हैं।