हिंदुओ और आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्याओं के विरोध में कमिश्नरी पार्क में धरना




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मेरठ : केरल और पश्चिम बंगाल में वामपंथियों द्वारा की जा रही हिंदुओ और आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्याओं के विरोध में राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ ने शुक्रवार को कमिश्नरी पार्क में धरना दिया। धरने में भाजपा के महापौर और सांसद सहित तमाम विधायक मौजूद रहे। धरने के बाद आरएसएस कार्यकर्ताओं ने एडीएम सिटी को राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपते हुए दोनो प्रदेशों की सरकारों को बर्खास्त करने की मांग की। सुबह 9 से 11 बजे तक राष्ट्रीय जागरण मंच के बैनर तले चले धरने में समिति के अध्यक्ष जतन स्वरूप और मंत्री विनोद भारतीय ने धरने का संचालन किया।

धरने में अपने विचार व्यक्त करते हुए वक्ताओं ने आरोप लगाया कि केरल की माक्र्सवादी सरकार के संरक्षण में वामपंथियों द्वारा आरएसएस के कार्यकर्ताओं पर लगातार हमले हो रहे हैं। पिछले कुछ माह में ही आरएसएस के 19 कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई और सौ से अधिक स्वंय सेवक इन हमलों में घायल हो गये। उन्होंने आरोप लगाया कि केरल में जब से पीनारयी विजयन के नेतृत्व में वाम मोर्चा सरकार ने कार्यभार संभाला है, तभी से इन हमलों में बढ़ौतरी हुई है। आलम यह है कि हर हमले के बाद सरकार सिर्फ आश्वासन देती है, जबकि हाईकोर्ट कन्नूर में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती का सुझाव दे चुका है। इतना ही नहीं केरल सरकार के कुल 19 में से 17 मंत्रियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, खुद मुख्यमंत्री के खिलाफ 11 केस दर्ज हैं। ऐसी दागी सरकार से सुरक्षा की अपेक्षा कैसे रखी जा सकती है। वहीं पश्चिम बंगाल की ममत बनर्जी सरकार को हिंदु विरोधी बताते हुए वक्ताओं ने आरोप लगाया कि ममता सरकार की तुष्टिकरण की राजनीति के चलते पश्चिम बंगाल में सरस्वती पूजा, विजय दशमी और रामनवमी जैसे हिंदुओ के त्यौहारो पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है। तृणमूल सरकार के संरक्षण में खुलेआम हिंदुओ पर हमले हो रहे हैं और उनके साथ लूटपाट की जा रही है, जिनमें सरकार के मंत्री तक शामिल हैं। सरस्वती शिशु मंदिर जैसे संस्थानों को बंद कराया जा रहा है, जबकि सिमुलिया मदरसे जैसे अवैध केंद्रो को सरकार द्वारा प्रोत्साहन दिया जा रहा है। उन्होंने राष्ट्रपति से इस संबंध में दोनों राज्यों की सरकारों से बात कर हिंदुओ और स्वंय सेवको की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने या दोनों राज्यों की सरकारों को बर्खास्त किए जाने की मांग की। इस दौरान भाजपा के मेयर हरिकांत अहलुवालिया, सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी, कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल, दक्षिण विधायक सोमेन्द्र तोमर, चरण सिंह लिसाड़ी, कमल दत्त शर्मा सहित शहर के तमाम भाजपा नेता मौजूद रहे।