नवीन चौहान
हरिद्वार। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके हरिद्वार जनपद पुलिस की छवि को बेहतर बनाने का लगातार प्रयास कर रहे है। पुलिस महकमे में जीरो टालरेंस को प्रभावी ढंग से लागू करने की पुरजोर कोशिश कर रहे है। लापरवाह और भ्रष्ट जवानों के खिलाफ सख्त एक्शन ले रहे है। खाकी को दागदार बनाने बनाने वाले पुलिस अधिकारियों और कांस्टेबलों के खिलाफ निलंबन से लेकर विभागीय जांच तक करा रहे है। इस सबके बावजूद थानो और कोतवाली में तैनात कुछ पुलिसकर्मी अपनी गलत आदत को बदलने को बिल्कुल तैयार नहीं है। इस बात की तस्दीक खुद एसएसपी कृष्ण कुमार वीके के एक दारोगा और तीन कांस्टेबलों के निलंबन की कार्रवाई ने कर दी है। दो सिपाही पैंसा वसूली के चक्कर में तो एक सिपाही और एक दारोगा पीड़ितो को टरकाने के कारण निलंबन का सामना पड़ा है।
एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने सबसे ज्यादा सख्त एक्शन अपने ही महकमे के खिलाफ लिया है। पुलिस महकमे के खिलाफ मिलने वाली सभी शिकायतों की निष्पक्ष जांच कराई है। यदि पीड़ितों की शिकायत जांच में सही पाई तो उनके खिलाफ निलंबन और मुकदमे तक की कार्रवाई की गई है। ऐसे ही एक पीड़ित की शिकायत पर महिला दारोगा ममता गोला के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। जनपद में क्षेत्राधिकारी स्तर के अधिकारियों के खिलाफ सख्त रूख एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने दिखाया था। हालांकि पुलिस महकमे के भीतर एसएसपी कृष्ण कुमार वीके से गाज गिरने का भय तो सताता है। लेकिन कुछ पुलिसकर्मी अपनी गलत आदत के चलते मजबूर है। कुछ पुलिसकर्मियों ने माफियाओं से सेटिंग की हुई है तो कुछ डग्गामार वाहनों से वसूली करते है। कुछ पुलिसकर्मी खनन सामग्री ढोने वाले वाहनों को ओवरलोडिंग में सीज करने की कार्रवाई करने का खौफ दिखाकर वसूली करते है। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके पुलिसकर्मियों की इस गलत आदत को बदलने की पुरजोर कोशिश कर रहे है। यही कारण है कि वह लगातार पीड़ितों की शिकायत पर सख्त एक्शन लेकर पीड़ितों को इंसाफ और पुलिस की छवि को बेहतर बनाने का संदेश देते है।