IPS KEWAL KHURANA केवल खुराना को पुलिस महकमे ने नम आंखों से दी अंतिम विदाई




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न्यूज127
उत्तराखंड कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अफसर केवल खुराना को नम आंखों से पुलिस महकमे ने वैदिक रीति रिवाज से खड़खड़ी श्मशान घाट पर अंतिम विदाई दी। छोटे भाई विवेक खुराना ने पार्थिव शव को मुखाग्नि दी। राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने पुष्पचक्र समर्पित किया। जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह, एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल व तमाम आईपीएस अफसरों ने अंतिम दर्शनों के साथ पुष्पचक्र समर्पित करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। भावुक क्षणों में रोते बिलखते परिवार को आईजी अरूण मोहन जोशी ढांढस बंधाते दिखे। दुख की घड़ी में शोकाकुल परिवार के सदस्य के तौर पर अरूण मोहन जोशी अंतिम संस्कार में आखिरी क्षणों तक परिवार के साथ रहे।

साल 2005 बैंच के आईपीएस केवल खुराना का कैंसर की बीमारी के चलते दिल्ली के एक निजी अस्पताल में देर रात्रि निधन हो गया था। उनके पार्थिव शरीर को देहरादून स्थित सरकारी आवास पर लाया गया। जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व तमाम प्रशासनिक व पुलिस अफसरों ने अंतिम दर्शन करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए व शोकाकुल परिवार को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना ईश्वर से ही।

आज शाम करीब साढ़े तीन बजे उनका पार्थिव शरीर खड़खड़ी श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए लाया गया। जहां बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी, समाजसेवी, पत्रकार व गणमान्य नागरिक अंतिम विदाई देने पहुंचे। पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ, आईपीएस नीरू गर्ग, आईपीएस कुमार वीके, आईपीएस ददन पाल, आईपीएस मुख्तार मोहसिन, आईपीएस अरूण मोहन जोशी, आईपीएस मंजूनाथ टीसी, जिलाधिकारी कमेंद्र सिंह, आईपीएस तृप्ति भटट, आईपीएस प्रदीप राय, आईएएस अंशुल सिंह, आईपीएस जितेंद्र मेहरा, आईपीएस कुश मिश्रा, अनंत शंकर ताकवाले, एसपी सिटी पंकज गैरोला, एसपी देहात शेखर सुयाल व तमाम निरीक्षक, उप निरीक्षक व गणमान्य नागरिकों ने नम आंखों से अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।

आईपीएस अरूण मोहन जोशी बेहद भावुक
आईपीएस अरूण मोहन जोशी संवेदनशील व्यक्तित्व है। वह दुख की घड़ी में हमेशा सभी के साथ खड़े रहते है। ऐसा ही कुछ खडखड़ी श्मशान घाट पर भी देखने को मिला जब अरूण मोहन जोशी शोकाकुल परिवार के सदस्य की भूमिका में दिखाई दिए। शोकाकुल परिवार की हिम्मत बढ़ाते दिखे। अंतिम संस्कार की सभी रस्मों को वैदिक​ रीति रिवाज से निभाते दिखे। शोकाकुल परिवार के साथ उनका इस वक्त साथ निभाना परिवार को शक्ति प्रदान करने वाला क्षण है। पार्थिव शव श्मशान घाट पहुंचा तो पहला कंधा अरूण मोहन जोशी और दूसरी तरफ मंजूनाथ टीसी ने दिया। अरूण मोहन जोशी का दुख की घड़ी में परिवार के साथ खड़ा होना नैतिक बल प्रदान करता है।
श्रद्धासुमन अर्पित
न्यूज127 श्रद्धेय केवल खुराना जी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता है। तथा शोकाकुल परिवार को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना मां गंगा से करता है।

हरिद्वार में एसएसपी रहे
केवल खुराना साल 2011 में हरिद्वार के एसएसपी रहे। हरिद्वार की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने और अपराध नियंत्ररण की दिशा में कई सकारात्मक कदम उठाए। केवल खुराना बेहद मृदुभाषी और सरल स्वभाव के होने के चलते बहुत जल्दी आत्मीय संबंध स्थापित कर लेते थे। मीडिया से भी उनकी नजदीकियां रही। ​यही कारण रहा कि उनको अंतिम विदाई देने के वक्त मीडिया की आंखे भी नम दिखाई दी।