- दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में मशरूम उत्पादन तकनीक पर दी जानकारी
न्यूज 127.
खाद्य एवं औषधीय मशरूम उत्पादन तकनीकी पर 21 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का सोमवार से सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मशरूम अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र पर शुरू हुआ। 21 दिवसीय (21 अप्रैल से 11 मई) खाद्य एवं औषधीय मशरूम उत्पादन तकनीकी विषय पर प्रशिक्षण शिविर का उदघाटन प्रोफेसर डॉ.गोपाल सिंह संयुक्त निदेशक शोध ने किया।
उन्होंने बताया कि मशरूम की मांग पूरे देश में लगातार बढ़ती जा रही है। साथ ही लोगों में मशरूम उत्पादन की जागरूकता बढ़ी है। अब काफी संख्या में लोग मशरूम का सेवन करने लगे हैं। इसलिए अपनी आय बढ़ाने के लिए छोटे किसानों को मशरूम उत्पादन तथा मशरूम बीज उत्पादन का कार्य प्रारंभ करना चाहिए।
प्रोफेसर डॉ. प्रशांत मिश्रा (विभागाध्यक्ष पादप रोग विज्ञान) के दिशा निर्देशन में शिविर का शुभारंभ किया गया। डॉ रमेश सिंह (कार्यक्रम निदेशक) ने बताया कि मशरूम प्रोटीन युक्त महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थ है, इसलिए इसकी उपयोगिता को देखकर अधिक से अधिक लोगों को इसका उत्पादन प्रारंभ करना चाहिए। यह बहुत ही कम जगह में अच्छा लाभ दे सकती है।
प्रशिक्षण में विभिन्न राज्यों से आए तीस भारतीय सैनिक भी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ. उमारा रहमानी, प्रिंस, शाम्भवी तिवारी, रोहित कुमार, जाह्नवी, सागर कुमार, वैष्णवी सिंह, अक्षय सिंह एवं ख़ुशी शर्मा आदि का सहयोग रहा है।