नवीन चौहान.
कुंभ 2021 को भव्य बनाने की तैयारियों के बीच अचानक सोमवार को उत्तराखंड की राजनीति में उस वक्त भूचाल आ गया जब यह कयास लगाए जाने लगे कि सूबे के मुख्यमंत्री बदले जा सकते हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की छवि को पार्टी हाईकमान के सामने घूमिल करने की साजिश अपनों ने ही रची। पार्टी के इन विभीषणों की पहचान भी जरूरी है। वहीं दूसरी ओर कहा जा रहा है कि मंगलवार को देहरादून में विधायक दल की बैठक बुलाया जा रही है, लेकिन प्रवक्ता मुन्ना सिंह ने ऐसी कोई बैठक होने की बात से इंकार किया है।

वरिष्ठ अधिवक्ता अरूण भदौरिया का कहना है कि पहली बार 5 साल पूरे करने की ओर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कदम बढ़ाए हैं लेकिन पार्टी के ही कुछ षड्यंत्रकारी नेता मुख्यमंत्री को पूरा कार्यकाल करने से रोकने के लिए योजना बना रहे हैं, उनके ऐसे कार्य से पार्टी की छवि भी धूमिल हो रही है। पार्टी के विभीषण पार्टी आलाकामान को बरगलाने का काम कर रहे हैं। ऐसे नेता न केवल मुख्यमंत्री की छवि खराब कर रहे हैं बल्कि पार्टी को नुकसान पहुंचाने की फिराक में लगे हुए हैं।
भाजपा प्रवक्ता विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने बताया कि देहरादून में विधायक मंडल की कोई बैठक नहीं है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में उत्तराखंड विकास की ओर अग्रसर है. वही हरिद्वार के अधिवक्ता अरुण भदौरिया ने बताया कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की इमानदारी से कुछ विधायक बौखलाए हुए हैं. विधायकों के अपने मंसूबे पूरे नहीं हो रहे हैं. जिसके चलते वह लगातार सरकार को अस्थिर करने का प्रयास करते हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की ईमानदारी और निष्ठा उत्तराखंड विकास के लिए समर्पित है. वह भाजपा के निष्ठावान सिपाही हैं. उनके नेतृत्व में उत्तराखंड मैं विकास कार्य को गति प्रदान की जा रही है.