नवीन चौहान, हरिद्वार। धर्मनगरी में अवैध खनन के खेल से परदा उठाने के लिये पुलिस कप्तान कृष्ण कुमार वीके ने सख्त रुख अपना लिया है। एसएसपी पुलिस माफिया और पत्रकारों के गठजोड़ को बेनकाव करने की तैयारी कर रहे है। इसी के चलते उन्होंने फेरुपुर चौकी के प्रभारी समेत 11 सिपाहियों को लाइन हाजिर किया है। लाइन हाजिर होने वाले सभी लोगों की खनन माफियों से मिली भगत थी। जबकि चौकी में पांच सिपाहियों को उनकी ईमानदारी का ईनाम दिया है। वह चौकी में बरकरार रहेगे। पुलिस कप्तान इन पुलिस कर्मियों को भ्रष्ट बनाने वाले खनन माफियाओं और सेटिंग कराने वाले पत्रकारों पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रहे है।
धर्मनगरी हरिद्वार की फेरुपुर पुलिस चौकी अवैध खनन को लेकर हमेशा से ही सुर्खियों में रही है। कमोवेश इस चौकी का प्रभार जिस दरोगा को मिला उसकी लाइन हाजिर होकर ही जाना पड़ा। बहुत कम चौकी प्रभारी ऐसे रहे जिनकी वर्दी पर अवैध खनन में शामिल होने का दाग नहीं लगा। करीब चार साल पूर्व जिले के पुलिस कप्तान अरुण मोहन जोशी ने फेरुपुर चौकी पर बड़ी कार्रवाई की थी। उन्होंने चौकी प्रभारी को सस्पेंड कर पूरी चौकी को लाइन हाजिर किया था। वह अवैध खनन के खेल से परदा उठाने में लगे ही थे कि तभी शासन की ओर से उनका तबादला आदेश जारी हो गया। लेकिन तत्कालीन एसएसपी अरुण मोहन जोशी की ये बड़ी कार्रवाई फेरुपुर चौकी को सुर्खियों में बना गई। इस बार हरिद्वार के वर्तमान पुलिस कप्तान कृष्ण कुमार वीके ने रविवार 13 अगस्त को इस चौकी के प्रभारी प्रशांत बहुगुणा समेत 11 सिपाहियों को लाइन हाजिर कर पुलिस की अवैध खनन में मिलीभगत की पोल खोल दी है। जबकि चौकी के पांच सिपाहियों को बरकरार रखा गया है। इन पांचों सिपाहियों की खनन माफियाओं से कोई मिलीभगत सामने नहीं आई है। बता दे कि इन्ही पुलिस कप्तान ने करीब तीन माह पूर्व भी इसी फेरुपुर चौकी के प्रभारी लखपत सिंह बुटोला समेत चौकी के सभी सिपाहियों को लाईन हाजिर किया था। कप्तान कृष्ण कुमार वीके पुलिस को भ्रष्ट बनाने वाले खनन माफियाओं और पत्रकारों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रहे है। वह तमाम सूत्रों से जानकारी हासिल करने में लगे हुये है। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने बताया कि खनन के खेल में पुलिस ही दोषी है ऐसा नहीं है। पुलिस को भ्रष्ट बनाने वाले खनन माफिया और पत्रकार शामिल है जिनकी रिपार्ट मिली है। इस बार सभी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी
चौकी के लाईन हाजिर होने वाले प्रभारी और सिपाही
दारोगा प्रशांत बहुगुणा, हेड कांस्टेबल नंद किशोर, कांस्टेबल मोहन खोलिया, सुशील, मुकेश अनुज, हुकुम, नवीन, लक्ष्मण, सुशील राणा और संदीप हैं।