हरिद्वार। लोकतंत्र का चौथा और सबसे मजबूत स्तंभ मीडिया के क्षेत्र में बने रहना किसी खतरे से कम नहीं है। मीडियाकर्मियों की हत्या और कम वेतन उनकी निजी जिंदगी पर भी भारी पड़ने लगे है। इसी के चलते नौजवान पत्रकारों की शादियां तक खतरे की जद में आ गई है। बेटी वाले अब नौजवान पत्रकारों के साथ अपनी बेटी की शादी करने से भी इंकार करने लगे है। हरिद्वार के एक पत्रकार ने खुलासा कि बेटी वालों ने शादी से इसलिये इंकार कर दिया कि वह पेशे से पत्रकार है। बेटी के परिजनों ने साफ तौर पत्रकार के साथ बेटी की शादी करने से मना कर दिया है। लड़की के परिजनों का कहना है कि पत्रकारों का जीवन असुरक्षित होता है। उनकी आर्थिक स्थिति पर संकट बना रहता है। जिसके बाद से उक्त पत्रकार के परिजन लगातार मीडिया का पेशा छोड़ने का दबाव बना रहे है।
पत्रकारिता का पेशा समाजसेवा है। पत्रकार दूसरों की जिंदगी की समस्याओं को दूर करता है। सरकार और जनता के बीच की सबसे मजबूत कड़ी पत्रकार ही होते है। मीडिया के माध्यम से ही जनता की आवाज सरकार के कानों तक पहुंचती है। गत कुछ दशकों में मीडिया के क्षेत्र में अपार प्रबल संभावनायें बढ़ी है। अखबारों की दुनिया के बाद निजी टीवी चैनलों ने मीडिया के क्षेत्र को तेजी के साथ आगे बढ़ाया। इसके बाद कुछ सालों से सोशल मीडिया इस काम को आगे बढ़ा रही है। सरकार और समाज में मीडिया से जुड़े लोगों को विशेष सम्मान की दृष्टि देखा जाता है। लेकिन अब बात करते है मीडिया के क्षेत्र में काम करने वाले पत्रकारों की निजी जिंदगी की तो उसकी तस्वीर बेहद भयावह है। इस का खुलासा हरिद्वार के एक पत्रकार ने किया है। पत्रकार ने बताया कि यूपी के मेरठ से उसकी शादी का रिश्ता आया था। बेटी के परिजनों को हरिद्वार आकर जब पता चला कि लड़का पत्रकार है तो कई सवाल उन्होंने कर दिये। लड़की के परिजनों ने ने यह तक कह डाला कि पत्रकार की जिंदगी क्या होती है। आये दिन पत्रकारों की हत्या हो रही है। जबकि पत्रकारों की आर्थिक स्थिति से सभी वाकिफ है। उक्त पत्रकार अपने ही मन यह जानने की कोशिश कर रहा है कि वास्तव में पत्रकारिता का पेशा समाज की नजर में इतना खराब कि लोग शादी तक से इंकार करने लगे है।
पेशे से पत्रकार तो बेटी वालों ने किया शादी से इंकार, हरिद्वार का मामला, जानिये पूरी खबर



