महंत मोहनदास की गुमशुदगी से नहीं उठा परदा, रहस्य बरकरार




हरिद्वार। एडीजे कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने लापता महंत मोहनदास के गुमशुदगी में सभी संभावनाओं के दरवाजे खुले रखे है। उन्होंने कहा कि महाराज खुद एकांत में चले गये या उनका अपहरण किया गया ये रहस्य बरकरार है। पुलिस फोर्स पूरी गहनता से तमाम एंगल पर जांच कर रही है। संतों को भरोसा दिया गया कि जल्द ही महंत को बरामद कर लिया जायेगा। केबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने भी आश्रम पहुंचकर पुलिस अधिकारियों और संतों से मंत्रणा की।
एडीजे कानून व्यवस्था अशोक कुमार महंत मोहनदास की गुमशुदगी के प्रकरण में संत समाज के लोगों से मिलने के लिये शुक्रवार सुबह बड़ा उदासीन अखाड़े पहुंचे। करीब 45 मिनट तक एडीजे ने अखाड़े के संत से बंद कमरे में गुफ्तगू की। संतों को पुलिस की अभी तक इंवेस्टीगेशन से अवगत कराया। संतों को महंत मोहनदास को सकुशल बरामद करने का भरोसा दिया। इसी दौरान केबिनेट मंत्री मदन कौशिक भी अखाड़े पहुंच गये। मंत्री, एडीजे और संतों ने करीब 15 मिनट तक एक फिर चर्चा की। मीटिंग खत्म करने के बाद एडीजे अशोक कुमार ने पत्रकारों से वार्ता करते हुये गुमशुदगी के रहस्य में पुलिस के हाथ खाली होने की जानकारी दी। अशोक कुमार ने बताया कि वह लगातार विशेष जांच टीम के संपर्क में बने हुये है। विभिन्न लाईनों पर काम कर रहे है। कई प्रदेशों में पुलिस टीम भेजी गई है। संवेदनशील मामले में पुलिस फूंक-फूंक कर काम कर रही है। अशोक कुमार ने कहा कि किसी केस को पुलिस जल्दी खोल देती है। कुछ केसों में लंबा वक्त लग जाता है। लेकिन महंत मोहनदास को सकुशल बरामद करने के लिये पुलिस पूरे प्रयास कर रही है। संतों से वार्ता करने के दौरान एसएसपी हरिद्वार कृष्ण कुमार वीके, एसपी अजय सिंह, एसपी सिटी ममता बोहरा, सीओ कनखल जेपी जुयाल सहित अखाड़े के संत मौजूद रहे।

मीडिया के करारे सवालों का सामना कर रही पुलिस
हरिद्वार। महंत मोहनदास की गुमशुदगी को लेकर पुलिस की मुश्किले बढ़ती जा रही है। पुलिस पर सवाल उठ रहे है। जनता की निगाहे पर टिकी है। मीडिया के करारे सवालों का सामना पुलिस कर रही है। पुलिस को मीडिया को बताने के लिये कुछ खास नहीं है। पुलिस किन बिंदुओं पर जांच कर रही है। ये बताया नहीं जा सकता है। आखिरकार महंत मोहनदास कहां है किस हाल में ये रहस्य बरकार है।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *