न्यूज127
यूं तो देश में हर साल भारतीय पुलिस सेवा में काबिल होनहार अफसर देशभक्ति का जज्बा लेकर देश की सेवा करने आते है। लेकिन बात 2005 बैंच की करें तो इस बैंच में 77 आईपीएस अफसरों ने एक साथ ट्रेनिंग की। इनमें बिहार कैडर के आईपीएस मनु महाराज, उत्तराखंड कैडर के आईपीएस कृष्ण कुमार वीके और आईपीएस रिद्धिम अग्रवाल शामिल है। इन तीनों आईपीएस अफसरों की मिशाल कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी की दी जाती है। खाकी वर्दी में इन तीनों पुलिस अफसरों के नाम पर जब बात आती है तो ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा जुड़ जाती है। इन सभी के साथ ही केवल खुराना जी ने भी देश सेवा का प्रशिक्षण लिया था। आज वो सांसारिक दुनिया की यात्रा छोड़कर स्वर्गवासी हो गए। अल्पआयु में निधन होने पर उनके साथी बहुत दुखी और भावुक है। अपने साथी के दुख को शब्दों में बयान नहीं कर पा रहे हैं। आईपीएस मनु महाराज इस वक्त उत्तरकाशी में कर्तव्यनिष्ठा से अपने फर्ज को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने अपने श्रद्धासुमन न्यूज127 के माध्यम से अर्पित किए। उन्होंने ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और देहरादून पहुंचते ही शोकाकुल परिवार को ढाढंस देने पहुंचेंगे।
मनु महाराज ने बताया कि केवल खुराना मृदुभाषी और कर्तव्य निष्ठ थे। वह जो ठान लेते थे, उसको कर दिखाते थे। जब आईपीएस का साथ प्रशिक्षण लिया तो उनके सभी से मधुर संबंध रहे। उन्होंने बताया कि मेरी नजदीकियां रही तो उनके बारे में बहुत कुछ जाना। लेकिन आज सुबह ही उनकी मृत्यु का समाचार मिला तो सुनकर बहुत कष्ट हुआ। डयूटी के कारण बाहर होने के चलते नहीं पहुंच पाया। लेकिन हृदय से उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की और कल ही परिवार से मिलने जारूंगा। आईपीएस कृष्ण कुमार वीके ने भी केवल खुराना जी की आत्मा की शांति के लिए मां गंगा से प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि वह हमारे साथी थे और उनके परिवार के साथ हम हमेशा साथ रहेंगे।
आईपीएस रिधिम अग्रवाल ने बताया कि केवल खुराना जिंदगी की रेस में वास्तविक खिलाड़ी रहे। वह प्रशिक्षण के दौरान सभी को साथ लेकर चलते थे। स्कायड में हंसी मजाक करना। सभी को प्रेरित करते थे। प्रशिक्षण में एक फाइटर की तरह संघर्ष करते थे। उनके निधन का दुख शब्दों में व्यक्त नही किया जा सकता है। बस भगवान से प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को
शांति प्रदान करे तथा उनके शोकाकुल परिवार को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करे।