जोगेंद्र मावी
उत्तराखंड पैरावेट एसोसिएशन का वार्षिक अधिवेशन कराते हुए प्रदेश कार्यकारिणी चुनाव संपन्न कराया। जिसमें एक बार फिर विक्रम सिंह को प्रदेश अध्यक्ष के रूप में सर्वसम्मति से चुना गया। लेकिन इस बार संगठन विरोधी गतिविधियों में लिप्त प्रदेश संरक्षक कुलबीर चौधरी को भी सर्वसम्मति से संगठन से बाहर करने का निर्णय लिया। इससे गुस्साएं कुलबीर चौधरी एवं उसके कुछ समर्थकों ने प्रदेश कार्यकारिणी पर बेबुनियाद आरोप जड़े और जमकर हंगामा काटा।
शुक्रवार को हरिद्वार के जगजीतपुर में वेलकम फार्म हाउस में उत्तराखंड पैरावेट एसोसिएशन की बैठक हुई। जिसमें अध्यक्षता जिला अध्यक्ष अनिल चौधरी ने की। पैरावेट एसोसिएशन में प्रदेश कार्यकारिणी का भी चुनाव किया। चुनाव में उत्तराखंड के सभी जिलों से पैरावेट एसोसिएशन के बड़ी संख्या में सदस्य पहुंचे। सभी सदस्यों ने पूर्व कार्यकारिणी को सर्वसम्मति से दोबारा चुन लिया। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष विक्रम सिंह, महासचिव सुरेश चौहान, उपाध्यक्ष अनिल चौधरी, प्रदेश मीडिया प्रभारी विकास चौधरी, प्रदेश कोषाध्यक्ष अरविंद कुमार, प्रदेश उपसचिव सीताराम नौटियाल को चुना गया। इस दौरान सर्वसम्मति से प्रदेश संरक्षक कुलबीर चौधरी को संगठन संगठन विरोधी गतिविधियों में पाए जाने पर उत्तराखंड पैरावेट सदस्यों ने एकमत से संगठन से बाहर करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया। जिसके बाद पूर्व संरक्षक कुलवीर चौधरी ने प्रदेश कार्यकारिणी पर झूठे बेबुनियाद आरोप लगाए और जमकर हंगामा काटा वही नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष विक्रम सिंह ने संगठन को मजबूत करने का निर्णय लेते हुए संगठन विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने वालों एवं संगठन को बदनाम करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने का निर्णय लिया।
चुनाव में यह हुए शामिल
इस मौके पर अबलीश शर्मा, आशीष कुमार, कुलदीप, राजेंद्र सिंह, विजय लाल भट्ट, बृजपाल सिंह, अनिल पाल, कुलदीप रस्तोगी, गुरमीत सिंह, पूर्ण सिंह, चरण सिंह, नरेश, प्रेम कुमार, उमेश गिरी, मदन पाल सिंह, संजीव कुमार, निर्गेश सैनी, राजेश कुमार, दिलावर सिंह आदि लोग समेत सैकड़ों से अधिक पैरावेट मौजूद रहे।
पैरावेट एसोसिएशन के अध्यक्ष विक्रम सिंह को बनाया तो कुलबीर को संगठन से किया बाहर, फिर जमकर हुआ हंगामा



