नवीन चौहान
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अनुपमा रावत से करीब पौने पांच हजार वोट से हारने के बाद भी भाजपा के सुपर सीएम कहे जाने वाले स्वामी यतीश्वरानंद का जलबा बरकरार रहेगा। स्वामी यतीश्वरानंद के समर्थकों को निराश होने की जरूरत नही है। स्वामी जी के चुनाव हारने के बाद से उनके कुछ करीबी हड़बड़ाहट और छटपटाहट में है। कुछ लोगों ने स्वामी जी के आश्रम से दूरी बनाकर खन्ना नगर के चक्कर लगाने शुरू कर दिए है।
लेकिन बताते चले कि चुनाव हारने के बाद भी स्वामी यतीश्वानंद का कद कम नही हुआ। धामी सरकार में सुपर सीएम की हैसियत से कार्य करने वाले स्वामी यतीश्वरानंद की ताकत बढ़ेगी।
हरिद्वार ग्रामीण क्षेत्र की जनता को स्वामी जी सेवाओं और अनुभव का लाभ मिलता रहेगा। स्वामी जी अपनी जनता के बीच में उनकी सेवाओं में तत्पर रहेंगे।
ऐसे में सबसे बड़ी बात यह है कि धामी को प्रदेश में दूसरी बार मुख्यमंत्री बनाया गया तो स्वामी यतीश्वरानंद की सुपर पावर बरकरार रहेगी।