नवीन चौहान
उत्तराखंड पुलिस ने जनता की सेवा और सुरक्षा करने के साथ ही सरकारी खजाने को भरने में भी अहम योगदान दिया। साल 2019 की बात करें तो उत्तराखंड पुलिस ने साल 2019 में करीब 26 करोड़ रूपये का राजस्व जुटाया है। दिसंबर माह का अभी कोई ब्यौरा नही है। जनवरी 2019 से नवंबर 2019 तक उत्तराखंड पुलिस ने 26 करोड़ रूपये की राशि उत्तराखंड के 13 जनपदों में यातायात नियमों का उल्लघंन करने वाले वाहनों से चालान करके वसूल की है। हालांकि इसमें सबसे ज्यादा योगदान सीपीयू का रहा है। लेकिन सीपीयू का अलग से कोई आंकलन नही किया गया है। जबकि चालान काटने और जुर्माना वसूलने में उधमसिंह नगर जनपद पहले स्थान पर रहा, दूसरे स्थान पर देहरादून और हरिद्वार जनपद तीसरे स्थान पर रहा।
उत्तराखंड पुलिस का कार्य जनता की सेवा और सुरक्षा करना है। साल 2019 में उत्तराखंड पुलिस ने बेहतर कार्य किया। पुलिस ने अपने फर्ज को बखूवी अंजाम दिया। इसके अलावा नशा मुक्ति, आप्रेशन स्माइल चलाकर पीड़ितों के चेहरे पर मुस्कान देने का कार्य किया। पुलिस ने अपराधियों को सलाखों के पीछे डालने के अलावा समाज सुधार की दिशा में भी बेहतर कार्य किए। पुलिस महानिदेशक अनिल के रतूड़ी और पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था अशोक कुमार के निर्देशों का अनुपालन करते हुए उत्तराखंड पुलिस ने असामाजिक तत्वों पर शिकंजा कसा। मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले माफियाओं को जेल भेजा। वही दूसरी ओर गरीब और बेसराहा बच्चों के अभिभावक के रूप में पुलिस सामने आई। बच्चों को स्कूल भेजने का कार्य तक किया। सबसे बड़ी बात ये रही कि साल 2019 में पुलिस ने यातायात नियमों का सख्ती से अनुपालन कराने के अथक प्रयास किए। जिसका नतीजा ये रहा कि सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ नीचे की ओर आया। दुर्घटनाओं में जान गंवाने वालों की संख्या में कमी आई। इसके अलावा यातायात नियमों का उल्लघंन करने वाले लोगों के वाहनों के ताबड़तोड़ चालान किए गए। अगर राजस्व की बात करें तो साल 2019 में 11 महीनों के भीतर 13 लाख 52 हजार वाहनों के चालान से 28 करोड़ 83 लाख का जुर्माना वसूल किया गया। अगर दिसंबर 2019 का महीने के चालान और राजस्व जोड़ दे तो ये आंकड़ा 30 करोड़ को पार कर जायेगा। हरिद्वार जनपद की बात करें तो यहां पर 176640 चालान हुए और 34656300 का जुर्माना वसूला गया। जबकि राजधानी देहरादून में 308295 चालान 54462500 का राजस्व रहा। उधमसिंह नगर में 304273 चालान और 68028030 जुर्माना वसूला गया। उत्तरकाशी में 28576 और जुर्माना 3694850, टिहरी जनपद में 84414 चालान और जुर्माना राशि 14814550, चमोली जनपद में 29250 जुर्माना राशि 4699950, रूद्रप्रयाग जनपद में 12736 और जुर्माना राशि 2643450,पौड़ी जनपद में 91155 जुर्मान राशि 16522600, नैनीताल जनपद में 172476 चालान और जुर्माना 32555900 जुर्माना राशि, अल्मोड़ा जनपद में 37224 चालान और जुर्माना राशि 9335400, बागेश्वर जनपद में 23161 चालान और जुर्माना राशि 3568500, पिथौरागढ़ जनपद में 49367 चालान और 8044400, चंपावत जनपद में 35239 चालान और जुर्माना राशि 5321000 वसूल की गई।
उत्तराखंड पुलिस ने साल 2019 में भर दिया सरकार का खजाना



