नवीन चौहान
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कुंभ महापर्व को दिव्य और भव्य बनाने के लिए संतों के साथ पैदल कुंभ मेला क्षेत्र का भ्रमण किया। कुंभ के लिए संतों को अधिक भूमि देने पर सहमति जताई। संतों और आस्थावान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी नही होने का भरोसा दिया। इसी के साथ मेलाधिकारी दीपक रावत के निर्देशन में कराए जा रहे कुंभ के स्थायी और अस्थायी निर्माण कार्यो पर संतुष्टि जाहिर की।
शुक्रवार को निर्धारित कार्यक्रमानुसार मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत हरिद्वार पहुंचे। जिसके बाद सबसे पहले पर कुंभ मेला क्षेत्र का भ्रमण करने निकले। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, मेलाधिकारी दीपक रावत, उप मेलाधिकारी हरवीर सिंह, जूना अखाड़े के सचिव महंत हरिगिरि महाराज, महंत रविंद्र पुरी महाराज व तमाम प्रशासनिक अधिकारियों की पूरी टीम बैरागी कैंप पहुंची। जहां सबसे पहले बस्तीराम पाठशाला के 50 मीटर के पुल की गुणवत्ता का निरीक्षण किया। उसके बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व प्रशासनिक अधिकारियों की टीम बैरागी कैंप के देवपुर मुस्तकम क्षेत्र पहुंची। वहां पर कुंभ क्षेत्र के विस्तार को लेकर संतों ने कई सुझाव दिए। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने संतों के सुझाव पर सहमति दी। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला क्षेत्र में संतों को किसी प्रकार की कोई तकलीफ नही होगी। कुंभ पर्व में दिव्यता और भव्यता के दर्शन होंगे।