नवीन चौहान, हरिद्वार। किट्टी के कारोबार में अपनी मेहनत की कमाई लगा देने वाले हरिद्वार के सैंकड़ों लोगों को करारा सबक मिला है। उनकी गाढ़ी कमाई डूब गई है। पीड़ितों को रकम मिलने की आखिरी उम्मीद की किरण भी टूट गई है। किट्टी प्रकरण की मास्टर माइंड गुरमीत कौर को कोर्ट से जमानत मिल गई है। जेल से रिहा होने के बाद गुरप्रीत कौर पंजाब रवाना हो गई है। जबकि उनका आरोपी पति जेल में बंद है।
हरिद्वार के पुराना रानीपुर मोड़ स्थित जीआईजी मार्ट में सविंदर और उसकी पत्नी गुरप्रीत कौर अवैध तरीके से किट्टी का कारोबार संचालित करती थी। इस दंपति ने शहर की तमाम महिलाओं को कमीशन का लालच देकर किट्टी के खेल में शामिल कर लिया। रेस्टारेंट में दावतें उडाई जाने लगी। सविंदर और उसकी पत्नी गुरप्रीत कौर के खेल में एक के बाद एक शहर के सैंकड़ों महिलायें और पुरूष शामिल हो गये। गुरप्रीत कौर ने इस खेल को अंजाम देने के लिये राजनैतिक संरक्षण हासिल किया। गुरप्रीत ने पहले कांग्रेस का दामन थामा फिर भाजपा ज्वाइन कर ली। भाजपा के कार्यक्रमों में मंत्रियों के साथ देखी जाने लगी। जनता का विश्वास गुरप्रीत कौर और उसके पति सविंदर पर बढ़ता चला गया। जिसके बाद शहर के तमाम बुद्धिजीवी और गरीब दोनों ही श्रेणियों के लोगों ने अपना धन निवेश कर दिया। आखिरकार किट्टी के इस खेल से परदा उठा। सविंदर और गुरप्रीत कौर की हकीकत सबसे आई। इन दोनों पति पत्नी ने मिलकर हरिद्वार के लोगों को करोड़ों का चूना लगा दिया। पीड़ित जनता ने शोर मचाया बड़ा बवाल हुआ। पुलिस और प्रशासन को दखल देनी पड़ी। कई दिनों तक जीआईजी मार्ट पर पुलिस का पहरा रहा। पीड़ितों की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया। गुरप्रीत कौर और उसके पति को पुलिस ने जेल भेज दिया। आरोपियों ने कोर्ट से जमानत की गुहार लगाई। इसी केस में कोर्ट ने आरोपी गुरप्रीत कौर की जमानत मंजूर कर ली। आरोपी गुरप्रीत कौर जमानत मिलने के बाद अपने रिश्तेदारों के पास पंजाब पहुंच गई। हरिद्वार की पीड़ित जनता को निराशा हाथ लगी। लेकिन इस घटना ने एक सबक दिया है कि मेहनत की कमाई करने के दौरान ज्यादा लालच नहीं करना चाहिये। लालच के चक्कर में आकर ही जनता को अपनी मेहनत की कमाई से हाथ धोना पड़ा है। फिलहाल प्रकरण कोर्ट में विचाराधीन है। जनता की उम्मीद सविंदर कर टिकी है।