नवीन चौहान
प्राइवेट स्कूलों को जून और जुलाई माह की फीस नही देनी होगी। यदि कोई स्कूल आपसे फीस लेता है तो आप इन मोबाइल नंबरों पर शिकायत दर्ज करा सकते है। जी हां कुछ इसी तरह के सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे मैसेजों ने निजी स्कूलों और सरकारी अधिकारियों को परेशान कर दिया है। अभिभावक अधिकारियों को फोन कर इस मैसेज की सत्यता पूछ रहे है। जबकि अधिकारियों को इस मैसेज की कोई जानकारी नही है।
पिछले कुछ दिनों से निजी स्कूलों के संबंध में वायरल हो रहे मैसेज ने निजी स्कूलों, अभिभावकों और सरकारी अधिकारियों को पूरी तरह से परेशान कर दिया है। इस मैसेज में जो लिखा गया है वो निराधार है। जबकि मैसेज करने वाले लोगों को ये तक पता नही कि जिन अधिकारियों के नंबर दिए गए है। उनका तबादला तक हो चुका है। ऐसे ही इस मैसेज में दिए गए एक अधिकारी ने जब जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि निजी स्कूल जून और जुलाई की फीस के नही लेने का कोई सरकारी आदेश उनके पास नही है। लेकिन मैसेज में उनका नंबर क्यो दिया गया है इसकी जानकारी नही है। बताते चले कि जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक मेहरबान सिंह बिष्ट इस समय में शिक्षा निदेशालय देहरादून में तैनात है। जबकि वायरल मैसेज में उनका मोबाइल नंबर दिया गया है। जबकि निजी स्कूलों का तर्क है कि वह साल के 12 महीने शिक्षकों को वेतन, स्टॉफ की सेलरी देते है। बिजली का बिल से लेकर तमाम खर्च करते है। ऐसे में जून और जुलाई की फीस ना लेने का कोई औचित्य ही नही बनता है।ऐसे में बड़ा सवाल ये कि ये कौन व्यक्ति है जो डीएम दीपक रावत के मोबाइल नंबर से लेकर तमाम शिक्षा विभाग के अधिकारियों के नाम और नंबरों पर शिकायत करने को लेकर अभिभावकों को उकसाने में लगा है। आखिरकार इस व्यक्ति की मंशा क्या है’ जो लोगों को भड़काने में लगा है। जबकि प्रशासनिक अधिकारी पूरी तरह से अंजान है।