पीएम से सीएम पुष्कर सिंह धामी ने की मुलाकात तो बढ़ गई सियासी हलचल




नवीन चौहान.
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी की जब मुलाकात होती है तो उसके अलग ही मायने निकाले जाते हैं। इस बार मंगलवार को जब सीएम ने दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की तो प्रदेश की कई परियोजनाओं पर काम करने की वकालत उन्होंने की। हालांकि इस मुलाकात के बाद प्रदेश की सियासी हलचल भी तेज हुई है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संसद भवन, नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने सशक्त उत्तराखण्ड @25 के क्रम में राज्य सरकार के रोडमैप को साझा करते हुए प्रधानमंत्री जी का मार्गदर्शन प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को लोहाघाट स्थित मायावती आश्रम आने के लिये भी आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री ने केदारनाथ में हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों तथा बदरीनाथ मास्टर प्लान की प्रगति के संबंध में प्रधानमंत्री को अवगत कराया।

लंबित विकास परियोजनाओं को शुरू करने की मांग
जानकारी के अनुसार मंगलवार को दिल्ली में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच हुई मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है। इस दौरान पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री के सामने उन विकास परियोजनाओं को लेकर उत्तराखण्ड का पक्ष मजबूती से रखा जो लंबित पड़ी हुई हैं। खासतौर पर 44 जल विद्युत परियोजनाओं को फिर से शुरू करने की पुरजोर वकालत उन्होंने की।

पीएम के चुनिंदा सीएम की सूची में शामिल हैं धामी
वहीं दूसरी ओ विकास कार्यों से इतर राजकाज और कामकाज के लिहाज से भी इस मुलाकात के मायने निकाले जा रहे हैं। यह बात सभी जानते हैं कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उन चुनिंदा मुख्यमंत्रियों में से एक हैं जो प्रधानमंत्री मोदी के पसंसदीदा माने जाते हैं। पुष्कर सिंह धामी पर उन्हें कितना भरोसा है यह वो सार्वजनिक मंचों से कई बार जाहिर कर चुके हैं।

दोनों के बीच है गजब का तालमेल
जब भी पीएम नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलते हैं तो उनकी आत्मीयता देखते ही बनती है। दोनों के बीच गजब का तालमेल दिखाई देता है। मुख्यमंत्री बनने के बाद जब भी धामी ने प्रधानमंत्री के सामने प्रदेश के विकास के लिए प्रस्ताव रखे हैं उन पर जरूर अमल हुआ है। कई बड़ी सौगातें उत्तराखण्ड को मिली हैं।

सरकार के 6 माह के कामकाज को रखा सामने
इस बार जब दिल्ली में मुख्यमंत्री ने पीएम से मुलाकात की तो प्रदेश की लगभग एक दर्जन विभिन्न परियोजनाओं की स्वीकृति देने की विनती की। इसके अलावा उन्होंने पिछले 6 माह के दौरान सरकार के सरकार के कामकाज का ब्यौरा प्रधानमंत्री के सामने रखा। मसूरी में आयोजित हुए सशक्त उत्तराखण्ड@25 के क्रम में राज्य सरकार के रोडमैप को भी उन्होंने प्रधानमंत्री से साझा किया।

एक घंटे चली पीएम और सीएम के बीच मुलाकात
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री धामी के बीच लगभग एक घण्टे तक चली इस मुलाकात के बाद प्रदेश की सियासत में भी हलचल बढ़ी है। खासतौर पर भाजपा के कार्यकर्ताओं में। दरअसल, उत्तराखण्ड में कैबिनेट विस्तार और पार्टी कार्यकर्ताओं को सरकार में दायित्व वितरण के मामलों पर भी निर्णय लिया जाना है, इस लिहाज से भी यह मुलाकात महत्वपूर्ण है।

मंत्रीमंडल में रिक्त है अभी तीन पद
चर्चा तो यह भी है कि पुष्कर सिंह धामी के मंत्रीमंडल में तीन पद रिक्त हैं। इसके अलावा कुछ मंत्रियों का अब तक संतोषजनक परफार्मेंस न होने की वजह से मंत्रिमण्डल में फेरबदल की भी संभावनाएं जताई जा रही हैं। इसके अलावा संगठन में अच्छा कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं को सम्मान के तौर पर सरकार में दायित्व देने की सुगबुगाहट भी काफी अरसे से चल रही है।



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