नवीन चौहान
हरिद्वार। मासूम बच्चों का अपहरण करने वाले दंपत्ति ने कई रहस्यों से पर्दा उठाया है। आरोपी दंपत्ति के तार यूपी के मुजफ्फरनगर से जुड़े हैं। वह बच्चों का अपहरण कर उनको बेच देते हैं। आरोपी दंपत्ति रेल में बच्चों के साथ सफर करने वाली अकेली महिला को निशाना बनाते हैं। फिलहाल आरोपी दंपत्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और पीड़िता से लूटा गया सामान बरामद कर लिया है। घटना लक्सर की हैं।
एसपी जीआरपी प्रकाश चंद्र आर्य ने अपहरणकर्ताओं का खुलासा करते हुये बताया कि 24 जनवरी को सपना पत्नी रणपाल उर्फ कलुआ निवासी ग्राम मितली, जिला बागपत ने अपने चार साल के बच्चे अभिषेक के अपहरण और लूटपाट की सूचना दी। अपहरणकर्ता के हुलिये की जानकारी दी। पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुट गई।
जीआरपी थाना प्रभारी मनोज कुमार ने हुलिये के आधार पर यूपी के मुजफ्फरनगर में दबिश दी गई। लेकिन कोई पता नहीं चल पाया। पुलिस बच्चे को बरामद करने और अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार करने में जुटी रही। इसी दौरान पुलिस को मुखबिर से इस हुलिये के आदमी की लोकेशन जानसठ की तरफ मिली। पुलिस टीम ने दबिश दी और आरोपियों को घेराबंदी कर दबोच लिया। आरोपियों के कब्जे से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने स्वयं को नरेश कुमार पुत्र रतन सिंह निवासी नगला मुबारिक पोस्ट कबाल जिला सिखेड़ा मुजफ्फरनगर बताया। जबकि औरत को अपनी पत्नी सुनीता बताया। आरोपियों ने बताया कि दोनों पति पत्नी बच्चों का अपहरण कर बेच देते है। इसके अलावा कई चौकाने वाली रहस्यजनक बाते पुलिस को बताई है। पुलिस आरोपियों की जानकारी के आधार पर बच्चा चोरी करने वाले नेटवर्क को ध्वस्त करने में जुट गई है।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम
थाना प्रभारी जीआरपी लक्सर मनोज कुमार, कांस्टेबल करम सिंह तोमर, पवन कुमार, जितेंद्र कुमार, मनोज सिंह, अंशु रानी
रेलवे स्टेशन पर करते है अपहरण
अपहरणकर्ता दंपति रेलवे में सफर करने वाली अकेली महिला को अपना शिकार बनाते है। पहले महिला दोस्ती करती है। उसके बाद आरोपी महिला का पति खाने की चीज में नशीला पदार्थ दे देता है। जिसके बाद पीड़िता का सामान और बच्चे को गायब कर देते है।
बच्चे की कीमत आठ से दस हजार
आरोपी दंपति ने खुलासा किया है कि वह चोरी किये गये बच्चे को आठ से दस हजार में बेच देते है। जिसके बाद दूसरा व्यक्ति ज्यादा कीमत में तीसरी जगह बेच देता है। इसी तरह बच्चा बिकता रहता है। इस नेटवर्क की कड़िया बहुत बड़ी है। मुजफ्फरनगर में इसका पूरा रैकेट है। सभी आरोपी मुजफ्फरनगर के ही है।
अभिषेक ने माता-पिता को मिलवाया
जीआरपी पुलिस ने बच्चे की बरामदगी के साथ ही पति रणपाल एवं पत्नी सपना के झगड़े को भी शांत करा दिया है। दोनों पति-पत्नी बच्चे को पाकर बेहद खुश हैं।
बता दें कि सपना रणपाल से झगड़ा करने के बाद अभिषेक के साथ रेल में सफर कर रही थी। इसी दौरान अभिषेक का अपहरण हुआ था।