नवीन चौहान, हरिद्वार। डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों और शिक्षकों ने हिमालय को बचाने की शपथ ली। इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित ने हिमालय के विद्यार्थियों को ग्लेशियर से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी। तथा स्कूल के अध्यापकों को हिमालय पर निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन कराने को कहा गया।
हिमालय बचाओ कार्यक्रम अंतर्गत डीएवी स्कूल के विद्यार्थियों ने हिमालय बचाने प्रतिज्ञा ली।
प्रधानाचार्य पी सी पुरोहित ने जलवायु परिवर्तन के कारण एवं उनसे होने वाली क्षति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हिमालय भारत का भाल और ढाल है। देश की 50 फीसदी आबादी को पानी पिलाने का कार्य हिमालय करते है। हिमालय को सुरक्षित बचाकर रखने का दायित्व हम सभी का है। हिमालय सुरक्षित रहेगा तो गंगा का अस्तित्व भी बरकरार रहेगा। स्कूल की कक्षा 9 की छात्रा अक्षिता बहुगुणा ने अपने साथी विद्यार्थियों को बताया कि जब भी हम पहाड़ों पर जाएं तो किसी भी प्रकार का अजैविक कचरा न फैलाएं। नदियों, पहाड़ों, अपने आस-पास के वातावरण की स्वच्छता एवं सुंदरता पर ध्यान दें, किसी प्रकार की गंदगी न फैलाएं, यदि हम इसे अपने आदत में शुमार कर लेंगे तो इस प्रकार के अभियान चलाने की नौबत ही नहीं आएगी और हमारा पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा। खत्म होती नदियाँ पुनः बहने लगेंगी और मानव जीवन में खुशहाली लाएंगी। यदि हम इसी प्रकार अपने पर्यावरण को नुकसान पहुँचाते रहेंगे तो प्रकृति अपना रौद्र रूप दिखलाती रहेगी और एक दिन मानव प्रकृति के आगे असहाय हो जाएगा