नवीन चौहान, हरिद्वार। शरीर पर खाकी वर्दी और दिल में संगीत। जी हां ये बात आपकों सुनने में अजीब लग रही होगी लेकिन ये सच है। उत्तराखंड की मित्र पुलिस के कई जवान संगीत और एक्टिंग की कला में महारथ हासिल रखते है। जिनके दिल और जुबां पर संगीत गूंजता है। इन पुलिसकर्मियों के गानों को सुनकर खाकी के जवान थिरकते है। एक पुलिसकर्मी धर्मेंद्र परमार को तो लोक संस्कृति विभाग की ओर से बाकायदा ए ग्रेड सूची में शामिल किया है। नौंटी किंग के नाम से मशहूर इस गायक ने उत्तराखंड की लोकप्रियता को बढाने के लिये काफी काम किया है। ये जवान संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में प्रस्तुति देता है। पुलिसकर्मी की इसी काबलियत के चलते उत्तराखंड के सबसे बडे़ युफा अवार्ड के लिये चयनित किया गया है।
पुलिस को लोग सिर्फ बदमाशों को पकड़ने और कानून के अनुपालन के लिये जानते है। लेकिन उत्तराखंड की मित्र पुलिस अनोखी है। मित्र पुलिस के जवान वर्दी पहनकर जनता की सेवा और सुरक्षा करने के साथ संगीत की कला से उत्तराखंड के पर्यटन को बढाने में भी महती भूमिका अदा करते है। मित्र पुलिस के जवानों में संगीत और म्यूजिक एलबम की प्रतिभा छिपी है। आज हम आपका परिचय ऐसे ही कुछ पुलिसकर्मियों से करा रहे है। उत्तराखंड के लोक गायक नौंटी किंग ऑफ जौनसार धर्मेंद्र परमार पुलिस कांस्टेबल है। बतौर पुलिसकर्मी इनकी रूडकी के देहात थाने में पोस्टिंग है। धर्मेंद्र पुलिसकर्मी है। ये तो एक पहचान है। लेकिन उत्तराखंड के साथ देश के विभिन्न राज्यों में धर्मेंद्र परमार एक सेलेब्रिटी है। अंतराष्ट्रीय मानव संसाधन संस्थान नई दिल्ली की संस्था ने धर्मेंद्र परमार को उत्तराखंड का ब्रांड एंबेसडर बनाया हुआ है।धर्मेंद्र की इसी खूबी के चलते 18 नबंवर को राज्य का सबसे बड़ा खिताब युफा अवार्ड से सम्मानित किया जा रहा है।