GURUKUL KANGARI गुरुकुल कांगड़ी में शांति भंग, तनाव, रजिस्ट्रार की कुर्सी पर बैठने के लिए भटक रहे सुनील कुमार




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न्यूज127
गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय में रजिस्ट्रार पद को लेकर बड़ा बबाल मचा हुआ है। विश्वविद्यालय प्रशासन, कुलाधिपति और कर्मचारियों के बीच तनातनी की स्थिति बन गई है। रजिस्ट्रार डॉ.सुनील कुमार को कुलपति डॉ. हेमलता ने गंभीर आरोपों के चलते 2 जुलाई 2025 को पद से हटा दिया था। जबकि कर्मचारियों ने डॉ सुनील कुमार पर मनमानी और प्रशासनिक अनियमितताओं के तमाम गंभीर आरोपों की झड़ी लगाई हुई है। विश्वविद्यालय के कर्मचारी संगठन रजिस्ट्रार कार्यालय की निगेहबानी कर रहे है।
हालांकि कुलपति डॉ हेमलता ने उन्हें मूल संस्थान डीएवी कॉलेज, देहरादून वापस भेजने का आदेश जारी किया। इसके बाद विश्वविद्यालय में स्थिति और अधिक तनावपूर्ण हो गई।
इसी बीच कुलाधिपति डॉ एसके.आर्य ने ईमेल के माध्यम से आदेश जारी कर डॉ.सुनील कुमार को पुनः रजिस्ट्रार पद पर बहाल करने के आदेश दिए है। इससे विश्वविद्यालय प्रशासन और कर्मचारियों में आक्रोश और अधिक बढ़ गया। कर्मचारियों ने कुलाधिपति के आदेश का विरोध करते हुए चेतावनी दी कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, वे डॉ. सुनील कुमार को पद ग्रहण नहीं करने देंगे।
विश्वविद्यालय में फिलहाल अतिरिक्त कार्यभार के रूप में डॉ. विपुल शर्मा रजिस्ट्रार का काम देख रहे हैं, लेकिन कानूनी लड़ाई और आंतरिक विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे।
विदित हो कि हाईकोर्ट ने आर्य प्रतिनिधि सभा को वर्ष 2028 तक विश्वविद्यालय के कुलपति और अन्य शीर्ष पदों पर नियुक्ति का अधिकार दिया है, लेकिन इसके बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन में पारदर्शिता को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
कर्मचारी संघ ने चेतावनी दी है कि यदि मनमानी नि
युक्तियों और गुटबाजी पर रोक नहीं लगी तो वे व्यापक आंदोलन करेंगे।
क्या कहते हैं विश्वविद्यालय सूत्र ?
विश्वविद्यालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि प्रशासनिक स्तर पर मामला काफी पेचीदा हो चुका है। कुलपति, कुलाधिपति और कर्मचारी संघ के बीच ठोस समाधान निकलने तक विश्वविद्यालय की शांति भंग बनी रहेगी।
रजिस्ट्रार पद को लेकर विश्वविद्यालय में चल रहा विवाद अब केवल आंतरिक मामला नहीं रह गया है। इसकी गूंज उच्च न्यायालय और सरकार तक पहुंच चुकी है। आने वाले दिनों में स्थिति क्या मोड़ लेती है, इस पर सभी की निगाहें टिकी हैं।