न्यूज 127.
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में हुआ दर्दनाक हादसा सभी मां बाप के लिए एक सबक है। देर रात होटलों में पार्टी करना और मौज मस्ती करने के बाद तेज स्पीड में वाहन चलाना युवाओं का शौक है। उनकी यह मौज मस्ती मां बाप को जिंदगी भर का असहनीय दर्द दे जाती है। रह जाती है तो बच्चों की यादें। हादसे में मरने वालों में एक बेटी गुनित अपने मां बाप की इकलौती संतान भी। अगर मां बाप की सख्ती रही होती तो शायद आज सभी लोग जिंदा होते और अपने परिजनों के बीच होते। परिजन अब उस घड़ी को कोस रहे हैं जब उन्होंने बच्चों को पार्टी के लिए जाने की हां कही थी।
हादसे में जान गंवाने वाले सभी आपस में गहरे दोस्त थे। परिवार के लोगों का भी आना जाना था। धनतेरस पर खरीदी गई इनोवा कार की पार्टी के लिए दोस्त इकट्ठा हुए थे। इससे पहले सभी पवन सिंगर का कार्यक्रम देखने गए थे। बताया जा रहा है कि कामाक्षी और गुनित घर वापस आ गई थी, लेकिन उनके दोस्त फिर से उन्हें पार्टी के लिए घर से बुलाकर ले गए। तब परिजनों को नहीं पता था कि बेटी अब घर वापस लौटकर नहीं आएगी। कामाक्षी के पिता तुषार सिंघल टैक्स बार एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं।
राजधानी देहरादून में छह दोस्तों की सड़क हादसे में मौत के बाद एक फोटो भी वायरल हो रहा है। यह फोटो हादसे से पहले दोस्तों द्वारा एक कमरे में की जा रही पार्टी का है। यह कमरा जाखन क्षेत्र का बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि हादसे से पहले सभी दोस्त पार्टी कर रहे थे। उन्होंने इसकी एक वीडियो बनाकर अपने अन्य दोस्त को भेजी थी। तब उसने कहा भी था कि रात बहुत हो गई है अब अपने घर चले जाओ। इस फोटो में पार्टी करते हुए साफ दिखायी दे रहा है।
बतादें सोमवार की देर रात करीब डेढ़ बजे देहरादून में ओएनजीसी चौक के पास एक कंटेनर और इनोवा कार की टक्कर हो गई थी। तेज रफ्तार इनोवा कार कंटेनर के पिछले हिस्से से टकरायी थी। जिसके बाद इस हादसे में इनोवा सवार 6 लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई थी। मरने वालों में तीन युवक और तीन युवतियां थी। जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था, उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत भी चिंताजनक बतायी जा रही है।
हरिद्वार हो या देहरादून देर रात तक युवाओं की पार्टी होटलों में चलती है। होटलों में शराब का भी पूरा प्रबंध होता है। जिससे नशे की हालत में वाहन चलाकर घर तक जाना एक मुश्किल भरा सफर होता है। जबकि मां बाप की सांसे अटकी रहती है। बच्चे मां बाप की बाते नही सुनते। अपनी मौज मस्ती के लिए माता पिता की बातों को अनसुना कर देते है। देर रात की यह पार्टी मौत का सबब बन गई है।