न्यूज 127.
डीआईजी मेरठ रेंज कलानिधि नैथानी ने बुलंदशहर में क्राइम मीटिंग में पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जनपद में सक्रिय बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इस दौरान डीआईजी ने कन्ट्रोल रूम और डायल-112 का वार्षिक निरीक्षण भी किया। पुलिस पेन्शनर्स के साथ गोष्ठी कर उनकी समस्याओं के समाधान के लिए कार्य करने को कहा। बुलंदशहर भ्रमण के दौरान थाना कोतवाली देहात का औचक निरीक्षण किया। सराहनीय कार्य करने पर तीन पुलिस कर्मियों को पुरस्कृत किया गया।

डीआईजी मेरठ रेंज कलानिधि नैथानी द्वारा जनपद बुलंदशहर पुलिस लाइन में पुलिस पेंशनर्स के साथ गोष्ठी की गई एवं जनपद के समस्त राजपत्रित अधिकारियो व थाना प्रभारियों के साथ अपराध गोष्ठी की गई तदोपरांत पुलिस लाइन स्थित कंट्रोल रूम व डायल-112 का वार्षिक निरीक्षण किया गया व थाना कोतवाली देहात का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। इस दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार, पुलिस अधीक्षक नगर रोहित मिश्र, सहायक पुलिस अधीक्षक रिजुल सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे। निरीक्षण व गोष्ठी के दौरान उपस्थित अधिकारी/ कर्मचारीगण को निम्नांकित निर्देश दिये गये।

पुलिस पेन्शनर्स गोष्ठी के दौरान प्रत्येक थाने पर पेंशनर्स की नियमित गोष्ठी के निर्देश दिए तथा बीट आरक्षी की बीट बुक में पेंशनर्स का विवरण अंकित करने के लिए कहा गया जिससे बीट आरक्षी नियमित रूप से उनसे मिलते रहे। पेंशन प्रकरणों से सम्बन्धित लिपिक को समय से प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय प्रेषित किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। पुलिस पेन्शनर्स गोष्ठी के दौरान आये हुए पेन्शनर्स से वार्ता कर उनकी समस्याओं के त्वरित निस्तारण करने तथा प्रत्येक माह थाना स्तर पर पेन्शनर्स मासिक गोष्ठी किये जाने हेतु निर्देशित किया गया ताकि पेन्शनर्स की समस्यओं का समाधान थाना स्तर पर ही किया जा सके और उन्हे मुख्यालय आने की असुविधा न उठानी पडे।

अपराध गोष्ठी में समीक्षा उपरान्त पाया कि जनपद बुलंदशहर में जघन्य अपराधों के वांछित अपराधियों में वृद्धि एवं सिकंदराबाद/अनूपशहर सर्किल की विवेचनाओं में वृद्धि परिलक्षित हुई है। वांछित अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी एवं विवेचनाओं का समयबद्ध गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने के लिए संबंधित क्षेत्राधिकारी को सचेत किया गया। 06 माह से अधिक लंबित विवेचनाओ की सूची बनाकर राजपत्रित अधिकारी विवेचको को अलग से समीक्षा कर विवेचनाओ के शीघ्र निस्तारण कराने के निर्देश दिए गये है। लम्बित विवेचनाओं व प्राप्त प्रार्थना पत्रों की जांच व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण समयबद्ध कराया जाए तथा महिला/बालिकाओं से सम्बंधित अपराधों में गम्भीरता से कार्यवाही हेतु कड़े निर्देश दिए गए।

अपराध की रोकथाम एवं अपराधियों विरूद्ध चलाए जा रहे अभियान ऑपरेशन पहचान को लगातार जारी रखने तथा ऑपरेशन पहचान के तहत प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
वाहन चोरी की घटनाओं की समीक्षा कर जनपद प्रभारियों को प्रभावी चेकिंग कर चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने तथा चोरी की घटनाओं के अनावरण हेतु टीमों का गठन कर मुखबिर तंत्र को सक्रीय करने के निर्देश दिये गये। गम्भीर अपराधों के अभियुक्त जैसे हत्या, लूट, डकैती, गैंगरेप, गौ तस्करी, वाहन चोरों, मादक पदार्थ तस्करों के विरुद्ध गैंगस्टर की कार्यवाही करने तथा गैंगस्टर के अभियुक्तों के विरूद्ध धारा 14(1) अंतर्गत संपत्ति जब्तीकरण की कार्यवाही के निर्देश दिए गये।

सक्रिय गैंग का पंजीकरण करने और पुरस्कार घोषित, गैंगस्टर एक्ट में वांछित अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी करने हेतु निर्देशित किया गया। नाबालिक बच्चों/गुमशुदाओं/अपहृताओं की सकुशल/शीघ्र बरामदगी हेतु टीमें गठित कर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। पोस्टमार्टम/पंचायतनामा रजिस्टर को अध्यावधिक कर गुमशुदाओं के डाटा मिलान हेतु आवश्यक कार्यवाही करें। जनपद के थाना सिकंदराबाद पर धारा 107 बीएनएसएस के तहत की गई प्रदेश की प्रथम कार्यवाही में चोरी की बाइक व मोबाइल फोन की नीलामी कराकर वादी को 1,90,000 रुपए प्रदान कराने में प्रभावी पैरवी करने वाले उ०नि० कपिल कुमार एवं ऑपरेशन कनविक्शन के अंतर्गत अपराधियों को न्यूनतम समय में सजा दिलवाने में प्रभावी पैरवी करने वाले कोर्ट पैरोकार आरक्षी जितेंद्र व सुनील थाना खुर्जा नगर आरक्षी वाशु कोतवाली नगर को डीआईजी रेंज मेरठ द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किए।

वार्षिक निरक्षण कंट्रोल रूम: डीसीआर/सीसीआर में नियुक्त समस्त अधिकारी/कर्मचारी ड्यूटी के दौरान निर्धारित वर्दी धारण करेगे। डीसीआर/सीसीआर में नियुक्त समस्त अधिकारी/कर्मचारियों को जनपद की भौगोलिक स्थिति की जानकारी होनी चाहिये। ट्रैफिक कंट्रोल रूम को सीसीटीवी कंट्रोल रूम से समन्वित किया जाए, जिससे किसी भी घटना पर त्वरित कार्यवाही की जा सके। जनपद के सभी चैकी इंचार्जों का लोकेशन रात्रि के अतिरिक्त दिन में भी आकस्मिक रूप से कम से कम 02 बार अवश्य लिया जाये। जनपद के सभी चौकी इंचार्जों के सीयूजी नंबर की सूची डीसीआर/सीसीआर तथा डायल-112 में चस्पा होनी चाहिए। चौकी इंचार्जों के सीयूजी नंबर पर भी संपर्क स्थापित किया जाए। सीयूजी बन्द मिलने पर स्पष्टीकरण प्राप्त करने हेतु आर0आई0 रेडियो संबंधित जनपद प्रभारी को रिपोर्ट प्रेषित करेंगे। आर0आई0 रेडियो सीसीआर/डीसीआर में नियुक्त ऑपरेटर के कार्य वितरण का चार्ट तैयार कर चस्पा करे। जनपद में उत्तम संचार व्यवस्था कायम की जाए जिससे सीमावर्ती जनपदों के थानों से संचार के माध्यम से निर्बाध सम्पर्क हो सके।

यूपी-112 के निरीक्षण के दौरान यूपी-112 कार्यालय में ROIP में 01 उ0नि0 शिफ्टवार (24*7) ड्यूटी पर नियुक्त रहें, जो आने वाली सूचना का निकट पर्यवेक्षण करे एवं महत्वपूर्ण सूचना के बारे में ब्ब्त्ध्क्ब्त् के साथ-साथ चौकी प्रभारी, थाना प्रभारी, सीओ, एडिशनल एसपी एवं एसएसपी को भी तत्काल अवगत कराए। यूपी-112 पर प्राप्त सूचनाओं को पीआरवी वाहनों द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर समयबद्ध निस्तारण हेतु निर्देषित किया गया। पीआरवी-112 के वाहनों का संवेदनशीलता के आधार पर रूट का निर्धारण अवश्य करा लिया जाये। एक वर्ष से एक ही सर्किल की पीआरवी पर नियुक्त पुलिस बल का सर्किल परिवर्तित कर दिया जाए। छः माह से एक ही थाने की पीआरवी पर नियुक्त पुलिस बल का थाना परिवर्तित कर दिया जाए। तीन माह से किसी एक ही थाने की पीआरवी पर नियुक्त पुलिस बल की पीआरवी परिवर्तित कर दी जाए।
रिजर्व में एक ही कर्मी एक सप्ताह से अधिक न रखा जाए तथा रिजर्व से बार-बार एक ही हाईवे/सर्किल/थाना में न लगाया जाए। किसी भी कर्मी को ऐसे थानों की पीआरवी में नियुक्त न किया जाये जिन थानों में वह यूपी-112 की नियुक्ति से पूर्व तैनात रहा हो।

थाना कोतवाली देहात का डीआईजी द्वारा आकस्मिक निरीक्षण कर मैस, बैरक व कार्यालय की उत्तम साफ सफाई एवं माल निस्तारण हेतु निर्देशित किया गया। एचएस की नियमित चेकिंग एवं लंबित विवेचनाओं के समयबद्ध/गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण हेतु निर्देशित किया गया।