न्यूज 127.
बीएम डीएवी पब्लिक स्कूल में पंच कुण्डीय यज्ञ का आयोजन किया गया। इस दौरान स्कूल के बच्चों ने सुंदर भजनों की प्रस्तुति से समा बांध दिया। कार्यक्रम आयोजन का उद्देश्य बच्चों में संस्कार का सजृन करना है।

महर्षि दयानंद सरस्वती जी के विचारों से ओतप्रोत दयानंद एंग्लो-वैदिक संस्था के अधीनस्थ संचालित बीएम डीएवी पब्लिक स्कूल (वैदिक मोहन आश्रम) भूपतवाला, हरिद्वार ने स्वामी दयानंद सरस्वती जी के 200 वीं स्वर्ण जयंती एवं आर्य समाज के 150 वें स्थापना वर्ष पर महर्षि दयानंद सरस्वती जी की स्मृति व उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग से बच्चों के जीवन को प्रकाशमय करने हेतु विद्यालय के प्रांगण में पंच कुण्डीय यज्ञ का आयोजन किया।

इस भव्य आयोजन का उद्देश्य छात्रों में मानवीय संस्कारों का सृजन करना, राष्ट्र की उन्नति के लिए चरित्र निर्माण को बल देना व संगठित हो भारतीय संस्कृति को छात्रों के जीवन में समावेशित करना था। विद्यालय के छात्र व छात्राओं ने संगठित हो वैदिक पद्धति द्वारा यज्ञ कर विद्यालय के प्रांगण में मंत्रों की पवित्र ऊर्जा से आविर्भूत किया। बच्चों द्वारा यज्ञ प्रार्थना एवं ईश्वरभक्ति से ओतप्रोत भजनों ने सबका मन मोह लिया।

इस आयोजन में बीएम डीएवी स्कूल के तीन सौ से अधिक छात्रों ने प्रतिभाग किया एवं छात्रों द्वारा ही यज्ञ सम्पन्न हुआ। तत्पश्चात बीएम डीएवी की प्रधानाचार्या लीना भाटिया जी ने आर्य समाज के व्यापक स्वरूप व आर्य समाज के विभिन्न गतिविधियों से सबको परिचित करवाया। जिसमें उन्होंने सरलता से यज्ञ की व्याख्या सबको समझाई, और कहा कि यज्ञ का अर्थ वह क्रिया है जिसके द्वारा सब प्राणियों की गति ठीक हो जाती है और ठीक गति से ही प्रगति हो सकती है। समभाव के साथ संगठन के साथ मिलकर के हम श्रेष्ठ कार्य को जब संपन्न करते हैं, तो वह कार्य सबके लिए अनुकरणीय बन जाता है। प्रधानाचार्या ने उन्मुक्त भाव से सभी शिक्षकों शिक्षिकाओं, छात्र छात्राओं का आभार प्रकट कर सभी का यज्ञ में वाचिक स्वागत किया। कार्यक्रम बहुत ऊर्जा, विश्वास, और नवनवीन संकल्पों के साथ संपन्नता की ओर आगे बढ़ा। शांति पाठ एवं जयघोष के साथ प्रसाद वितरण यह विशेष कार्यक्रम संपन्न हुआ।