नवीन चौहान
हरिद्वार में लॉक डाउन के दौरान सोशल डिस्टेसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही है। दुकानों पर सामान खरीदने की जल्दी में ग्राहक एक दूसरे के करीब खड़े है। मेडिकल स्टोर हो या परचून की दुकान पर ग्राहक एक दूसरे से सटकर खड़े है। वही दुकानदारों ने भी गोले बनाने के नियम को दरकिनार किया हुआ है। ऐसे में ये सभी लोग जहां खुद की जान खतरे में डाल रहे है वही दूसरों के लिए मुसीबत का सबब बने हुए है।
कोरोना संक्रमण कोविड—19 का प्रकोप देश में लगातार बढ़ता जा रहा है। सरकार की तमाम व्यवस्थाएं चरमराने पर लगी है। पीएम मोदी ने कोरोना से निबटने के लिए सोशल डिस्टेसिंग का फार्मूला अपनाया है। वही लॉक डाउन कर देशवासियों को घरों में रहकर इस संक्रमण से बचने का सुझाव दिया है। अगर हरिद्वार की बात करें तो यहां पर संक्रमण पर प्रशासनिक नियंत्ररण बना हुआ है। जिलाधिकारी सी रविशंकर की सूझबूझ और बेहतर तरीके से योजना बनाने की रणनीति सफल रही है। जिसके चलते हरिद्वार में कोरोना संक्रमितों की संख्या बेहद सीमित है। कोरोना को फैलने से रोकने में प्रशासनिक मनीशनरी कामयाब रही है। लेकिन जनता के सहयोग की बात करें तो वह प्रशासनिक व्यवस्थाओं को धता बता रही है। कोई बीबी को घुमाने के बहाने निकल रहा है तो कोई सामान खरीदने के बहाने सोशल डिस्टेसिंग का मजाक बना रहा है।