नवीन चौहान.
कोरोना को देखते हुए मप्र सरकार ने पूरे प्रदेश में 31 जनवरी तक सभी स्कूल बंद करने का निर्णय लिया है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आपदा प्रबंधन समूह के सदस्यों के साथ बैठक की। प्रदेश में कोरोना की साप्ताहित संक्रमण दर छह प्रतिशत हो गई है।
प्रदेश सरकार का मानना है कि तीसरी लहर में अभी तक जो ट्रेंड देखने को मिल रहा है, उसके अनुसार प्रकरण और बढ़ेंगे। हालांकि, संतोष की बात यह है कि संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत कम ही पड़ रही है, इसलिए होम आइसोलेशन पर सभी कलेक्टर ज्यादा ध्यान दें।
बैठक में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने बताया कि तीसरी लहर में कोरोना संक्रमण के प्रकरण बढ़ने की दर दूसरी लहर की तुलना में तीन गुना से अधिक है। दुनिया में एक दिन में 34 लाख केस आ रहे हैं। देश में गुरुवार को दो लाख 64 हजार प्रकरण और मध्य प्रदेश में आज चार हजार 755 केस है। साप्ताहिक औसत दर में छह गुना की वृद्धि हुई है। सक्रिय मामले 21 हजार 394 हो गए हैं। जांच अब 80 हजार प्रतिदिन तक हो रही है।
समीक्षा बैठक में लिये गए फैसले
— कक्षा एक से 12 तक सभी निजी और सरकारी स्कूल 31 जनवरी तक बंद रहेंगे
— सभी तरह के मेलों,राजनैतिक रैलियों पर प्रतिबंध
— कोई भी कार्यक्रम हॉल की क्षमता से 50 फीसदी लोग होने पर ही होंगे, 250 से ज्यादा लोग नहीं रहेंगे
— स्टेडियम में भी पचास फीसदी खिलाड़ी प्रैक्टिस कर सकेंगे,किसी भी खेल गतिविधि में दर्शकों की अनुमति नहीं
— सभी प्रकार के बड़े आयोजनों पर भी रोक
— प्रदेश में नाइट कर्फ्यू जारी रहेगा
— 20 जनवरी से होने वाली प्री बोर्ड की परीक्षा नहीं होगी।
— इंदौर,भोपाल हाई रिस्क जोन, हालात नहीं सुधरे तो और कड़े प्रतिबंध लग सकते हैं