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विष्णु प्रयाग बैराज से वर्तमान में 70 क्यूमैक्स अतिरिक्त पानी अलकनंदा नदी में छोड़े जाने से संभावित जलस्तर में वृद्धि की संभावना को देखते हुए सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गए हैं। खास तौर पर गंगा के निचले इलाकों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। गंगा में स्नान करने वालों को स्नान के दौरान सावधानी और सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गए हैं।
182 क्यूमैक्स हुआ अलकनंदा में जल प्रवाह
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जनसामान्य को सूचित किया है कि विष्णुप्रयाग बैराज द्वारा अलंकनंदा नदी में दिनांक 03.08.2025 प्रातः 1:54 बजे अचानक गाद की वृद्धि होने के कारण जो पानी का बहाव 112 क्यूमैक्स था उसमें 70 क्यूमैक्स की अतिरिक्त वृद्धि की गई है इस प्रकार अलंकनंदा नदी में जल प्रवाह वर्तमान में 182 क्यूमैक्स हो गया है जिससे नदी के निचले हिस्सों में जल प्रवाह तीव्र हो सकता है और जलस्तर में अचानक वृद्धि की संभावना है।
नदी के तटीय इलाकों में जाने से बचे
जिलाधिकारी ने जल वृद्धि की संभावनाओं को देखते हुए जनता से अपील की कि नदीय तटीय इलाकों में जाने से बचे, गंगा जी में स्नान करते समय विशेष सावधानी बरतें तथा निर्धारित स्थानों पर ही स्नान करें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक स्तर पर तत्परता एवं सुरक्षा बनाये रखते हुए आवागमन में नियंत्रण बरता जाये। किसी भी आपदा/दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्यवाही करते हुए सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान किया जायें।
अलर्ट रहे समस्त अधिकारी
कहा कि आपदा प्रबन्धन IRS प्रणाली के नामित समस्त अधिकारी एवं विभागीय नोडल अधिकारी हाई अलर्ट में रहेंगे। समस्त राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी अपने क्षेत्रों में बने रहेंगे। समस्त चौकी/थाने भी आपदा सम्बन्धी उपकरणों एवं वायरलैस सहित हाई अलर्ट में रहेंगे। किसी भी अधिकारी/कर्मचारी के मोबाईल/फोन स्विच ऑफ नहीं रहेंगे।
अपने वाहनों में रखें आवश्यक उपकरण और सामग्री
अधिकारीगण बरसाती, छाता, टार्च, हैलमेट तथा कुछ आवश्यक उपकरण एवं सामग्री अपने वाहनों में अपने स्तर से रखने हेतु उचित कार्यवाही करेंगे। इस अवधि में लोगों के फँसे होने की स्थिति पर खाद्य सामग्री व मेडिकल सुविधा की व्यवस्था की जायें। नगर एवं कस्बाई क्षेत्रों में नालियों एवं कलवटों के अवरोधों को दूर किया जाये।