नवीन चौहान.
एसआईटी चीफ मंजुनाथ टीसी के निर्देशन पर एसआईटी की टीम पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ विवेचना करते हुए छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपियों को जेल भेजने में जुटी है। एसआईटी तमाम पुख्ता सबूतों के साथ आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रही है। जिसके चलते छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपियों की नींद उड़ी उड़ी हुई है.
इसी क्रम में एसआईटी ने तत्कालीन सहायक समाज कल्याण अधिकारी मुनीष कुमार त्यागी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
उत्तराखण्ड़ शासन के आदेश के क्रम में जनपद हरिद्वार एवं देहरादून में छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर एसआईटी लगातार कार्यवाही कर रही है। यह घोटाला समाज कल्याण विभाग की मिलीभगत से करते हुए सरकार को चूना लगाया गया। करोड़ों रूपये के इस घोटाले में अब तक कई गिरफ्तारी हो चुकी हैं।
उक्त शैक्षणिक संस्थानों को छात्रवृत्ति प्रदान करने वाले तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी
अनुुराग शंखधर पुत्र श्री रामप्रकाश शंखधर, निवासी- 25, विष्णु विहार, अजबपुरकला, देहरादून, तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी वर्तमान में उप परियोजना निदेशक (निलम्बित), निदेशालय जनजाति कल्याण, देहरादून को दिनांक 4-9-2021 को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इसी क्रम में मानव भारती विश्वविद्यालय एन पावर एकेडमी रानीपुर मोड हरिद्वार व मानव भारती
विश्वविद्यालय सोलन हिमाचल प्रदेश के कथित छात्रों का फर्जी भौतिक सत्यापन करने वाले मुनीष कुमार त्यागी पुत्र संगता सिंह, तत्कालीन सहायक समाज कल्याण अधिकारी, निवासी, मौहल्ला विनीत नगर गली न0-03, निकट महीपाल की कोठी, पनियाला रोड़ रूडकी हरिद्वार, को अपना पक्ष प्रस्तुत करने के लिए कई बार नोटिस दिये गये किन्तु अपना पक्ष रखने हेतु वो एसआईटी के समक्ष उपस्थित नहीं हुआ। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह लगातार छिपते रहे।
मुनीष कुमार त्यागी की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया गया, जिसके क्रम में दिनांक
13-10-2021 की सांय को उसके निवास उपरोक्त से मु0अ0सं 0-357/19 थाना सिडकुल तथा मु0अ0स0 227/19 थाना बहादराबाद हरिद्वार में गिरफ्तार किया गया। जिसे माननीय न्यायालय में पेश किया जा रहा है। आरोपी को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में निरीक्षक योगेश सिंह देव, निरीक्षक/विवेचक, विशेष अन्वेषण दल हरिद्वार। व आरक्षी आशीष अधिकारी, विशेष अन्वेषण दल हरिद्वार शामिल रहे।