योगेश शर्मा.
सरकारी नौकरी लगाने का लालच देकर लाखों रूपये की ठगी करके 5 साल से गायब 25 हजार रूपये के ईनामी अपराधी पूर्व ग्राम प्रधान कुंजा बहादुरपुर हरिद्वार को एसटीएफ ने चण्डीगढ़ से गिरप्तार किया है।
पुलिस का कहना है कि आरोपी पिछले पांच सालों से अपना नाम पता वेष बदलकर इधर उधर छिप कर रह रहा था। पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह हर बार अपना ठिकाना बदलकर फरार हो जाता था। आरोपी जनपद हरिद्वार में कई लोगों से लाखों रूपये की ठगी कर चुका है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा ईनामी अपराधियों के खिलाफ चलायी जा रही मुहिम का ही परिणाम है कि आज एसटीएफ टीम द्वारा एक ऐसे शातिर ठग को चण्डीगढ़ जाकर गिरप्तार करने में कामयाबी प्राप्त की है जो पिछले 05 सालों से पुलिस को छकाता रहा है। इसकी गिरफ्तारी के लिए पहले 5 हजार रूपये की घोषणा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार द्वारा की गयी थी, परन्तु यह ठग इतना शातिर था कि पुलिस से बचने के हर हथकण्डे अपनाता रहता था, जिसके कारण अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सका था, जिस कारण से पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार द्वारा इस अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु 25 हजार रूपये के इनाम की घोषणा की गयी थी।
इस बार इसकी गिरफ्तारी हेतु ठोस कार्ययोजना बनायी गयी और एसटीएफ के बिछाये जाल में फंस गया। गौरतलब है कि अभियुक्त अमर सिंह ग्राम कुंजा बहादुरपुर हरिद्वार का पूर्व ग्राम प्रधान था और अपनी ग्राम प्रधानी के दौरान ही उसके द्वारा अपने प्रभुत्व का इस्तेमाल कर कई लोगों को इस झांसे में ले लिया था कि वह उनकी नौकरी राजकीय इंटर कॉलेज में क्लर्क के पद पर अथवा बीएचईएल हरिद्वार में लगा सकता है। इस व्यक्ति द्वारा नौकरी लगाने का झांसा देकर कई लोगों से लाखों रुपए प्राप्त करके एक दिन अचानक जनपद हरिद्वार से गायब हो गया और अपने पूरे परिवार से संपर्क भी खत्म कर लिया। जिस पर कोतवाली रूड़की में अमरसिंह के विरुद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा वर्ष 2018 में दर्ज किया गया था। तब से अभियुक्त लगातार फरार चल रहा था।
इसी क्रम में आज पुलिस अधीक्षक एसटीएफ चंद्र मोहन सिंह द्वारा बताया गया की हमारी एस. टी.एफ. की एक टीम कोतवाली रूड़की से वर्ष 2018 से घोखाधड़ी के एक मामले में वाछित शातिर अमर सिंह को पकड़ने के लिये पिछले काफी प्रयास कर रही थी, परन्तु वह काफी प्रयास के बाद भी अब तक गिरप्तार नहीं हो सका था, क्योंकि वो हर माह में अपना नया ठिकाना बदल लेता था। इस अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु पुलिस उप महानिरीक्षक हरिद्वार द्वारा 25 हजार रूपये की ईनाम की घोषणा की गयी थी। इस बार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल द्वारा अभियुक्त अमर सिंह के लगातार ठिकाने बदलने के पैटर्न को विष्लेषित कर एसटीएफ टीम को एक नयी रणनीति बनाकर इस अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु पुनः निर्देषित किया गया।
परिणाम स्वरूप एसटीएफ की टीम द्वारा इस शातिर अपराधी की दिनांकः 05.12.2022 को चण्डीगढ़ के एक होटल “गोल्डन जन्नत” में दबिश देकर गिरप्तारी की गयी है। अमर सिंह होटल में अपना वेश बदलकर रखता था, ताकि कोई उसे पहचान न सके, और हर महीने राजस्थान के नागौर जिले में स्थित ओशो ध्यान सेंटर में जाया करता था।